अखिल भारतीय साहित्य परिषद का आयोजन, गीतकार स्व. रमेश गोहिया को दी काव्यांजलि

सीहोर। स्थानीय रेनबो प्ले स्कूल के सभागार में अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं सृजन साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ गीतकार स्व. रमेश गोहिया की द्वितीय पुण्यतिथि पर विचार एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गीतकार रामनारायण राठौर ने की। मुख्य अतिथि गीतकार रामकिशोर नाविक इटारसी थे। विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार रघुवर दयाल गोहिया, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रदीप एस चौहान, हरिश्चंद्र आर्य, विनोद पंसारी, गीतकार हरिओम शर्मा, भेरू सिंह जायसवाल रहे।
सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं स्व. रमेश गोहिया के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सरस्वती वंदना कवि जोरावर सिंह ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन समिति अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र जायसवाल ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प माला पहनाकर स्व. रमेश गोहिया के बड़े पुत्र देव ऋषि गोहिया राजू, छोटे पुत्र पत्रकार हिमालय गोहिया एवं लक्ष्मण सिंह चौकसे ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रघुवर दयाल गोहिया ने कहा कि भाईसाहब का स्नेह और मार्गदर्शन हम सभी को सदा प्राप्त होता रहा। यहां अधिकतर साहित्यकार हैं, जिन्हें भाईसाहब ने कलम चलाना सिखाया है। वह बेहद सहज, सरल, विनम्र और सहयोग करने वाले बेहतरीन इंसान थे। उनकी कमी कभी भी पूरी नहीं हो सकेगी। इस आयोजन में आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वाले सभी उपस्थित जनों का मैं हार्दिक स्वागत और आभार व्यक्त करता हूं।
डॉ. प्रदीप चौहान ने कहा कि भाईसाहब की मधुर आवाज जब हम आकाशवाणी पर सुनते थे तो मन बड़ा आनंदित हो जाता था। वह आज भी अपने गीतों के रूप में हमारे साथ हैं। पत्रकार सुनील शर्मा, कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने भी अपनी बात रखी। इस अवसर पर उपस्थित कवियों में रामकिशोर नाविक, रामनारायण राठौर, विनोद पंसारी, हरिश्चंद्र आर्य, जोरावर सिंह, द्वारका बांसुरिया, हरिओम शर्मा, जयमल सिंह रजपाल, सुभाष चौहान, हीरालाल जायसवाल ष्अनाड़ी,ष् नन्नू लाल सगर, राम सिंह परमार, डॉ .बी.पी. शर्मा, लक्ष्मण सिंह चौकसे, डॉ. विजेंद्र जायसवाल, जगदीश दुबे, हीरालाल शर्मा, बालमुकुंद राय, कैलाश चौहान आदि ने काव्य पाठ भी किया। अंत में सभी उपस्थितों का आभार देव ऋषि गोहिया ने माना।