
सीहोर। देश में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ पहली सशस्त्र क्रांति 1858 में प्रारंभ हुई और देश भर में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति की मशाल जलाई गई तथा अनेक वीर सपूतों ने अंग्रेजी सेना से लड़ाई करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया। इस क्रांति का नायक शहीद मंगल पांडे को माना जाता है। मेरठ क्रांति के 33 साल पहले ही इस क्रांति की शुरुआत हो चुकी थी। मालवा अंचल में अनेक वीरों ने अंग्रेजी सेना से बगावत कर युद्ध लड़ा और अपने प्राणों का बलिदान किया। स्वतंत्रता के इतिहास में सीहोर जिले की अन्य घटनाओं के साथ ही अमर शहीद कुंवर चैन सिंह की शहादत भी स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। सीहोर स्थित कुंवर चैन सिंह की छतरी पर गॉड आॅफ आॅनर की परम्परा मध्यप्रदेश सरकार ने वर्ष 2015 से शुरू की।
हर साल होता है कार्यक्रम का आयोजन –
अमर शहीद कुंवर चैनसिंह की शहादत दिवस पर हर वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। उनके साथियों को गॉड आॅफ आॅनर श्रद्धांजलि दी जाती है। राज्य शासन द्वारा 24 जुलाई अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह में शहीद कुंवर चैनसिंह व उनके साथियों को शासन की ओर से श्रद्धांजलि व गार्ड आॅफ आॅनर दिए जाने की परंपरा है।