80 वर्षीय बुजुर्ग लकवाग्रस्त पत्नी को ठेले पर लेकर पेंशन लेने बैंक पहुंचा
- सीहोर जिले के भैरूंदा का मामला

अर्जुन पंवार, भैरूंदा
सीहोर जिले के भैरूंदा नगर में एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जो अंदर से झकझोर कर देने वाली है। दरअसल नगर के एक बुजुर्ग अपनी लकवाग्रस्त पत्नी को हाथ ठेले पर लेटाकर ठेला धकाते हुए बैंक पहुंचे। यहां पर वे तीन महीने की पेंशन लेने के लिए पहुंचे थे। कुंआर माह की पड़ती तीखी धूप में दिखी यह तस्वीर कहीं न कहीं इंसानियत को भी शर्मशार कर देने वाली है।
भैरूंदा नगर स्थित बजरंग कुटी निवासी गरीब बुजुर्ग चंदर सिंह अपनी धर्मपत्नी सावित्री बाई को हाथ ठेके पर लेटाकर कुंआर माह में पड़ रही तेज धूप में मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक पहुंचे। इसके बाद वे अंदर गए एवं बैंक कर्मचारी को बताया कि वे अपनी पत्नी को लेकर पेंशन लेने के लिए आए हैं। इसके बाद बैंक के बाहर ही कर्मचारी ने हाथ ठेले पर लेटी महिला का पेपर पर अंगूठा लगवाया और उनकी पेंशन की राशि दी। राशि निकालकर बुजुर्ग चंदर सिंह अपनी पत्नी को हाथ ठेके से लेकर वापस घर लौट गए।
पेंशन की राशि से आती हैं दवाएं-
बुजुर्ग चंदर सिंह ने बताया कि जब उनकी दो-तीन माह की पेंशन इकट्ठा हो जाती है तो वे उसे निकलवा लाते हैं और उससे दवाइयां ले आते हैं। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे काम पर चले जाते हैं, इसलिए वे अपनी धर्मपत्नी को हाथ ठेले पर लेकर पेंशन लेने आ जाते हैं। पत्नी कई वर्षों से लकवाग्रस्त है, जिसका इलाज चल रहा है। बुजुर्ग ने बताया कि उनके पास अन्य कोई ऐसा साधन नहीं है, जिससे वह पत्नी को लेकर बैंक जा सकें। रिक्शा वाला 200 रूपए मांगता है, ऐसे में हाथ ठेले पर लेकर आना पड़ा। बैंक के कर्मचारी बोलते हैं कि पेंशन लेने के लिए हितग्राही को बैंक लाना होगा, इसके लिए ऐसी स्थिति में लेकर आना पड़ता है।