आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की काम में भी नहीं दिलचस्पी, थमाया नोटिस
- जनपद पंचायत सीईओ बुदनी ने नोटिस देकर जबाव मांगा

रेहटी। गलत दस्तावेेजों के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति पाने वाली संगीता चौधरी की काम में भी दिलचस्पी नहीं है। यही कारण है कि वे मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना केे कार्य में भी लापरवाही बरत रही हैं। अब इस लापरवाही को लेकर बुदनी जनपद पंचायत सीईओ ने नोटिस देकर जबाव मांगा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बुदनी जनपद पंचायत के तहत आने वाली आंगनबाड़ियोें में विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया की गई थी। इसमें नयागांव निवासी संगीता चौधरी ने भी आवेदन किया था। इसके अलावा अन्य कई आवेदन भी आए थे। इसमें बीपीएल कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लगाए गए थेे औैर इनके अलग-अलग नंबर भी थे, जबकि संगीता चौधरी के ससुर के नाम पर करीब 8 एकड़ जमीन है। ऐसे में ये बीपीएल के दायरे में नहीं आतेे हैं, लेकिन इन्होंने बीपीएल कार्ड के 10 नंबर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति पा ली। इसके कारण इस पद की जो वास्तविक अभ्यर्थी थी, वे नियुक्ति से वंचित रह गई। अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता चौधरी की काम में भी दिलचस्पी नहीं है।
सीईओ जनपद ने थमाया नोटिस-
इस समय सभी ग्राम पंचायतोें में मुख्यमंत्री लाडली बहना योेजना के आवेदन भरे जा रहे हैैं। इस योजना की प्रतिदिन मॉनीटरिंग भी की जा रही है। योजना के तहत अवकाश वाले दिनोें में भी ग्राम पंचायतोें में सचिव एवं अन्य अमला काम कर रहा है। इस कार्य के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारियां दी गईं हैैं, लेकिन नयागांव में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता चौधरी द्वारा मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के कार्य में गंभीर लापरवाही बरती गई है। इस संबंध में संबंधित क्षेेत्रीय जांच अधिकारी से प्राप्त लिखित प्रतिवेदन में कहा गया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कार्यस्थल पर अनुपस्थित रहीं एवं इनके द्वारा मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के आवेदन नहीं भरे जा रहे हैैं। इस संबंध में जनपद पंचायत बुदनी के सीईओे ने नोटिस दिया है एवं जबाव मांगा है। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात भी कही है।