आष्टा: शासकीय महाविद्यालय में करोड़ोें का घोटाला, जांच करने पहुंची टीम ने खंगाली फाइलेें
आष्टा। शिक्षा के मंदिर भी अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण हैै आष्टा स्थित शहीद भगत सिंह शासकीय महाविद्यालय, जिसमेें करोड़ोें रूपए का भ्रष्टाचार एवं घोेटाला सामने आया है। इस महाविद्यालय में फर्नीचर, लैब, कम्प्यूटर रिपेयरिंग सहित अन्य कार्योें में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। मामले की शिकायत हुई तोे आनन-फानन में कमिश्नर नेे जांच टीम बनाकर मामले की जांच केे निर्देेश दिए। जांच केे लिए कॉलेज पहुंची टीम नेे कई फाइलें खंगाली हैै तोे वहीं फाइलोें एवं अन्य डाक्यूमेेंट कोे अपने कब्जे में लिया है।
सीहोर जिले के शासकीय महाविद्यालय लगातार अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चाओें में हैैं। कभी इन कॉलेजोें की चर्चाएं यहां केे स्टॉफ की लेटलतीफी के कारण हो रही है तो कभी अन्य कारणोें सेे ये चर्चाओें में बने हुए हैं। अब सीहोर जिले के आष्टा का शासकीय शहीद भगतसिंह कॉलेज में फर्नीचर, केमिस्ट्री लैब, कंप्यूटर सुधार प्रोजेक्टर, कुर्सियां, टेबल सहित अन्य निर्माण कार्य में भी अनियमित्ता कर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार होने का खुलासा हुआ है। जांच टीम लगातार जांच में जुटी हुई है। कई फाइलों, रजिस्टरों को जांच टीम ने अपने कब्जे में लिया है। इस मामले को लेकर विधायक रघुनाथसिंह मालवीय ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की थी। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेकर भोपाल संभाग कमिश्रर मालसिंह भयडिय़ा को जांच के निर्देेश दिए हैं। कमिश्रर ने अनियमित्ता की जांच करने स्पेशल 6 सदस्यों की टीम बनाई है। टीम ने कॉलेज पहुंचकर कई सारे रिकार्ड खंगाले हैैं। फिलहाल जांच जारी है। अब तक यह खुलासा नहीं हो सका है कि ये गड़बड़झाला कब से चल रहा है औैर कितने का हुआ है।
जनभागीदारी मद मेें लगाया चूना-
जानकारी के अनुसार साल 2022-23 में जनभागीदारी मद में 53 लाख के फर्नीचर, 12 लाख 46 हजार 188 की केमिस्ट्री लैब में घोटाला किया गया। यहां पर 6 महीने में कम्यूटर सुधार के नाम पर 12 लाख से अधिक राशि निकाली गई, जबकि इतना काम नहीं कराया गया। इसके अलावा भी अन्य कार्यों में गड़बड़ी कर करीब चार करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार होने की बात सामने आई है। कॉलेज के सहायक प्राध्यापक व जनभागीदारी समिति प्रभारी हिमांशु राय और कार्यालय सहायक महेंद्र सक्सेना पर मिलीभगत कर इस काम को अंजाम देने के आरोप लगे हैं।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा-
कॉलेज में हुए इस गड़बड़झाले की आष्टा विधायक रघुनाथसिंह मालवीय को शिकायत मिली थी। विधायक ने मुख्यमंत्री को पूरे मामले से अवगत कराते हुए इसकी स्पष्ट जांच करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कमिश्रर को जांच के लिए निर्देशित किया। कमिश्रर ने मामले को गंभीरता से लेकर टीम बनाई। टीम में जांच अधिकारी के रूप मेें आष्टा तहसीलदार नीलम सिंह को भी शामिल किया गया। तहसीलदार नीलम सिंह व अन्य जांचकर्ताओं ने कॉलेज पहुंचकर जांच की। सूत्रों की मानें तो जांच टीम को भी अनियमित्ता मिली है। बताया जाता है कि 15 अप्रैल तक जांच पूरी कर रिपोर्ट बनाकर कमिश्रर को देना है।
इनका कहना है-
आष्टा के शासकीय महाविद्यालय में गड़बड़ियों की शिकायत मिल रही थी। जनभागीदारी सहित अन्य होने वाले कामों में अनियमित्ताएं हुईं हैैं। करीब चार करोड़ रुपए के आसपास का पूरा भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी शिकायत सीएम को की थी। सीएम ने जांच के लिए कमिश्रर को निर्देशित किया है।
– रघुनाथसिंह मालवीय, विधायक आष्टा
कॉलेज में फर्नीचर सहित अन्य कार्यों में अनियमित्ता होने की शिकायत मिली थी। इसकी जांच करने कमिश्रर ने 6 सदस्यों की टीम बनाई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच होने पर ही स्पष्ट जानकारी सामने आएगी।
– नीलमसिंह, तहसीलदार आष्टा
मैं पिछले तीन दिन से अवकाश पर चल रहा हूं। शहीद भगतसिंह कॉलेज में क्या हुआ है और क्या नहीं इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। वही इस संबंध में कुछ बात भी नहीं करना चाहता हूं।
– डॉ. एसआई अजीज, प्राचार्य शहीद भगतसिंह कॉलेज, आष्टा