आष्टा: रात ‘तनाव’ में कटी तो ‘शांति’ के साथ हुई सुबह, चप्पे-चप्पे पर फोर्स, अफवाहों पर पहरा

सीहोर। रविवार रात आष्टा के अलीपुर और हाईवे बायपास क्षेत्र में उपजे तनाव के बाद सोमवार की सुबह राहत और शांति का संदेश लेकर आई। रात भर पत्थरबाजी और हंगामे के साये में रहे शहर में सुबह होते ही जनजीवन सामान्य नजर आया। बाजार खुले, बसें दौड़ीं और लोग अपने काम पर निकले। हालांकि संवेदनशील इलाकों की गलियों में बिखरे पड़े पत्थर रात के खौफ की गवाही दे रहे हैं, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने लोगों के दिलों में सुरक्षा का भाव जगा दिया है।
बता दें रविवार रात करीब 9.30 बजे दो पक्षों के बीच शुरू हुई मामूली कहासुनी ने जब उग्र रूप लिया तो पूरे शहर में अफरा तफरी मच गई। हालात बिगड़ते देख कलेक्टर बालागुरू के., एसपी दीपक कुमार शुक्ला और एएसपी सुनीता रावत ने खुद कमान संभाली और रात भर मैदान में डटे रहे। उपद्रवियों को खदेडऩे के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े और हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। तनाव को देखते हुए सीहोर के अलावा भोपाल और देवास से भी अतिरिक्त बल बुलाया गया था।
पत्थरों के बीच दिखी शांति की तस्वीर
सोमवार सुबह अलीपुर क्षेत्र का नजारा बदला हुआ था। गलियों में रात के पथराव के निशान जरूर थे, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से माहौल पूरी तरह सुरक्षित महसूस हुआ। हाईवे पर जो जाम रात को लगा था, उसे देर रात ही खुलवा दिया गया था। प्रशासन की ओर से हर प्रमुख चौराहे पर वज्र वाहन और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

अज्ञात दंगाइयों पर एफआईआर
सीसीटीवी से पहचान पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा इस मामले में पुलिस ने खुद संज्ञान लेते हुए अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है। प्रशासन ने शहरवासियों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर चल रही किसी भी भ्रामक खबर या अफवाह पर ध्यान न दें।



