आष्टा। प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी करीब एक साल का समय हो, लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने वाले दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं। ये दावेदार जहां सार्वजनिक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगे हैं तो वहीं वे व्यक्तिगत रूप से भी लोगों से मेल-मुलाकात करके अपनी दावेदारी को पुख्ता बना रहे हैं। इस बार आष्टा विधानसभा से वर्तमान विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय को लेकर जहां विरोध सामने आ रहा है तो वहीं नए दावेदारों में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक अजीत सिंह एवं भाजपा नेता सोनू गुणवान के नाम सामने आने लगे हैं। अजीत सिंह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से हैं तो वहीं सोनू गुणवान भाजपा के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय रंजीत सिंह गुणवान के पोते हैं। ऐसे में दोनों ही नेताओं की दावेदारी को भी पुख्ता माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव 2023 में प्रस्तावित हैं। नवंबर-दिसंबर तक नई सरकार का गठन होगा। इससे पहले चुनाव मैदान में उतरने वाले दावेदार भी अपनी तैयारियों में लग गए हैं। वे जहां विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों में पहुंच रहे हैं तो वहीं कई धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों में भी पहुंचकर अपना परिचय दे रहे हैं साथ ही युवाओं, बुजुर्गों, महिलाएं सहित अन्य वर्गों के बीच में पहुंचकर अपनी तैयारियों को अंजाम दे रहे हैं। सीहोर जिले की विधानसभा को लेकर भी दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं। सीहोर जिले की आष्टा विधानसभा पर वर्तमान में भाजपा से रघुनाथ सिंह मालवीय विधायक हैं, लेकिन इस बार उनका क्षेत्र में जमकर विरोध हो रहा है। आष्टा से पूर्व विधायक रह चुके एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के अजीत सिंह प्रबल दावेदारी जता रहे हैं। अजीत सिंह संसदीय सचिव भी रह चुके हैं। अजीत सिंह के पिताजी स्वर्गीय उमराव सिंह भी कांग्रेस शासनकाल में मंत्री रहे हैं। यदि टिकट वितरण में ज्योतिरादित्य सिंधिया की चली तो निश्चित रूप से अजीत सिंह आष्टा विधानसभा से चुनाव मैदान में होंगे। उनके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय रणजीत सिंह गुणवान के पोते सोनू गुणवान भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। यहां बता दें कि वर्तमान में सोनू गुणवान की पत्नी दीक्षा गुणवान जनपद अध्यक्ष है। स्वर्गीय रणजीत सिंह गुणवान को आष्टा विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्यों को कराने का श्रेय है, जिसका लाभ भी सोनू गुणवान को मिलेगा। इनके अलावा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज गोपाल इंजीनियर भी अपनी दावेदारी विधानसभा चुनाव को लेकर करने में जुट गए हैं। अब देखना यह दिचलस्प होगा कि कौन इस टिकट की प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल कर पाता है।