मोबाइल चार्ज करते समय रखे सावधानी, नहीं तो मोबाइल की बैटरी होगी खराब
स्मार्टफोन्स के साथ बैटरी की समस्या भी मोबाइल निर्माता कंपनियों के लिए एक चुनौती बन गई है। अब मोबाइल फोन्स बनाने वाली कंपनी बैटरी पर भी पूरा ध्यान दे रही हैं। नई टेक्नोलॉजी के साथ नई परेशानियां भी देखने को मिलती है। इसमें सबसे नॉर्मल है- फोन की बैटरी खराब हो जाना। बैटरी खराब होने के पीछ कई कारण होते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में बताएंगे।
अलग-अलग चार्जर का इस्तेमाल करना
कई बार देखा जाता है कि यूजर्स फोन चार्ज करने के लिए किसी भी वायर और चार्जिंग एडप्टर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन किसी भी चार्जर से किसी भी फोन को चार्ज नहीं किया जा सकता है। अगर ऐसा करते हैं तो ये बिल्कुल गलत प्रोसेस होगा। Samsung के स्मार्टफोन्स में ज्यादातर 18W या 25W की चार्जिंग होता है। जबकि Realme के स्मार्टफोन में 18W, 33W, 67W की नॉर्मल चार्जिंग होती है। कंपनी के फ्लैगशिप में तो अब 150W की चार्जिंग भी दी जा रही है।
चार्ज पर लगाए रखना
कई बार स्मार्टफोन फुल चार्ज होने के बाद भी चार्जिंग पर लगा रहता है। ये भी बैटरी खराब होने का एक मुख्य कारण होता है। अगर ऐसा लगातार होता है तो इसका प्रभाव आपके फोन के प्रोसेसर पर भी पड़ेगा। यानी बैटरी के साथ फोन का प्रोसेसर भी खराब हो सकता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि फोन 100 पर्सेंट चार्ज होने से पहले ही चार्जिंग से उतार लिया जाए।
बार-बार चार्जिंग पर लगाना
फोन की बैटरी एक चार्जेबल डिवाइस होती है। कोशिश करनी चाहिए कि इसे चार्जिंग पर लगाने के बाद फुल चार्ज होने दिया जाए। आमतौर पर यूजर्स फोन बार-बार चार्जिंग पर लगाते हैं। ऐसे में फोन और बैटरी दोनों की ही लाइफ कम हो जाती है। बार-बार चार्जिंग पर लगाने से फोन की बैटरी कैपेसिटी लगातार डाउन होने लगती है। iPhone में आप खुद भी 'Battery Health' चेक कर सकते हैं। आमतौर पर 80 प्रतिशत पर बैटरी को पूरी तरह खराब मान लिया जाता है।