
सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने भावांतर योजना के सफल क्रियान्वयन के साथ ही राजस्व संबंधी आमजन से जुड़े प्रकरणों को समय पर निपटाने के सख्त निर्देश दिए।
कलेक्टर बालागुरू ने भावांतर योजना को सोयाबीन उत्पादक किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह योजना बाजार के उतार चढ़ाव से किसानों को संरक्षण देगी। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को भावांतर योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए हर दिन मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। योजना के तहत ई.उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक होंगे। किसान 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 के बीच उपज विक्रय कर सकेंगे। उन्होंने प्रशासनिक अमले को पूरी तत्परता से कार्य करने और पंजीयन केंद्रों पर पारदर्शी रूप से जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिएए ताकि कोई भी पात्र किसान वंचित न रहे।
राजस्व कार्य में लापरवाही नहीं होगी स्वीकार
कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, भू.अभिलेख संधारण की समीक्षा करते हुए कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की सेवाओं में विलंब किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने आमजन से जुड़े प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करने को कहा। अधिकारियों को जनता के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए उत्तरदायित्व पूर्ण ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए गए। निर्धारित लक्ष्य के अनुसार राजस्व वसूली में तेजी लाने, भू.अर्जन, मुआवजा वितरण और न्यायालयीन प्रकरणों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
पटाखा बाजारों की व्यवस्था के निर्देश
कलेक्टर बालागुरू ने आगामी दीपावली पर्व के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था पर भी जोर दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पटाखा बाजारों के लिए खुले स्थान का चयन करने और समय से पहले दुकानें आवंटित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पटाखा बाजार में अग्निशमन यंत्र, रेत की बाल्टियां और फायर ब्रिगेड की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई जाए। बैठक में अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर रविंद्र परमार, डिप्टी कलेक्टर स्वाति मिश्रा सहित जिले के सभी एसडीएमए तहसीलदार और नायब तहसीलदार मौजूद रहे।