
sehore news : सीहोर। सहारा इंडिया कंपनी में निवेशकों की गाढ़ी कमाई हड़पने के मामले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। कंपनी के मध्य प्रदेश हेड जोन मैनेजर शिवाजी सिंह को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर सीहोर और आसपास के क्षेत्रों से निवेशकों के लगभग 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
यह गिरफ्तारी सीहोर निवासी राजाराम राठौर की शिकायत पर हुई। राठौर ने बताया कि उनकी पत्नी भारती राठौर ने वर्ष 2016 से 2019 के बीच कंपनी की अलग-अलग पॉलिसियों में करीब 70 लाख रुपये नगद जमा कराए थे। कंपनी ने उन्हें यह राशि दोगुनी होने का लालच दिया था। पॉलिसी की परिपक्वता अवधि 2020 से 2022 के बीच पूरी होने पर उन्हें लगभग एक करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी।
राठौर ने बताया जब उन्होंने सीहोर स्थित कंपनी की शाखा और भोपाल के रीजनल ऑफिस में अपने पैसे मांगे तो कंपनी के कैशियर योगेंद्र चौधरी, मैनेजर एसके मगरदे और रीजनल मैनेजर सत्यप्रकाश श्रीवास्तव ने भुगतान करने से साफ इनकार कर दिया। राजाराम राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि सहारा इंडिया ने उनके अलावा उनके कई परिचितों के साथ भी इसी तरह की धोखाधड़ी की है। उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारियों ने भोली भाली जनता को लोभ देकर अभी भी पैसे ऐंठने का काम जारी रखा है।
पुलिस रिमांड पर शिवाजी सिंह
पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और मध्य प्रदेश निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हेड जोन मैनेजर शिवाजी सिंह को 24 अगस्त को गिरफ्तार किया गया और उन्हें 28 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि मामले की गहन पूछताछ की जा सके, वहीं अन्य फरार अधिकारियों की तलाश भी जारी है। इधर गिरफ्तारी से उन हजारों निवेशकों में उम्मीद जगी है, जिनकी मेहनत की कमाई सहारा इंडिया में फंसी हुई है। राजाराम राठौर ने प्रशासन से मांग की है कि सभी पीडि़तों के पैसे जल्द से जल्द वापस दिलाए जाएं।