Newsसीहोर

फर्जी काम दिखाकर ग्राम पंचायत बराड़ी कला में लाखों का गोलमाल!

ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने अपने परिजनों एवं रिश्तेदारों के नाम पर किया जमकर फर्जीवाड़ा

सीहोर। ग्राम पंचायतोें का भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। सरकारी योजनाओं में जमकर गड़बड़झाला किया जा रहा है। ऐसी ही बड़ी गड़बड़ी जिले की सीहोर जनपद पंचायत के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बराड़ीकला में भी सामने आई है। यहां पर ग्राम पंचायत के जिम्मेदारोें ने अपने परिजनों एवं रिश्तेदारों के नाम पर लाखों का गोलमाल किया। सबसे ज्यादा गड़बड़झाला मनरेगा योजना के तहत हुए कार्यों में हुआ है।
सीहोर जनपद पंचायत के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बराड़ीकला में बराड़ी खुर्द, जेतली, अतरालिया और बड़बेली गांव भी आते थे, लेकिन पंचायत चुनाव सेे पहले हुए परिसीमन में ग्राम पंचायत बराड़ीकला में जेतली और बड़बेली गांव को रखा गया है। बराड़ी खुर्द और अतरालिया को यहां सेे अलग कर दिया गया है। पिछले कार्यकाल में ग्राम पंचायत बराड़ीकला द्वारा इन गांवों में मनरेगा सहित अन्य योजनाओें के तहत कपिल धारा कुए, तालाब सहित अन्य निर्माण कार्य कराए गए थेे, लेकिन ग्राम पंचायत केे जिम्मेेदारोें ने मनरेेगा केे तहत हुए कार्योें मेें अपने परिजनों एवं रिश्तेदारों को ही मजदूर भी बना दिया औैर इनके खेतोें में कुएं, तालाब भी बनवा दिया। ग्राम पंचायत का कारनामा यहीं नहीं रूका, बल्कि पंचायत के जिम्मेदारों ने कई निजी कार्यों को भी मनरेेगा में शामिल करवाकर इसकी राशि निकलवा ली।
शिकायत की तोे सामने आई हकीकत-
ग्राम पंचायत बराड़ीकला के भ्रष्टाचार एवं गड़बड़ियोें की शिकायत कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत सहित जनपद पंचायत तक में भी की गई है। इस मामले की जांच सीईओ जिला पंचायत द्वारा कराई जा रही है। जांच में सामने आया हैै कि खेत तालाब बनाए दो साल से ज्यादा हो गए हैैं, लेकिन अब तक इसकी आधी राशि हितग्राही के परिजनों के खातों में जा चुकी है, जबकि 50 प्रतिशत राशि अब तक नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत बराड़ीकला के जिम्मेदारोें ने अपने ही परिजनोें के नाम से यह राशि निकलवाई और इसको जीम गए। इस मामले की शिकायत हुई और शिकायत के बाद जांच की तोे सामनेे आया कि हितग्राही केे खातेे में राशि ही नहीं पहुंची।
इनका कहना है-
ग्राम पंचायत बराड़ीकला में खेत तालाब को लेकर शिकायत आई थी कि हितग्राही को राशि नहीं मिली है। इसकी जांच सीईओ जिला पंचायत द्वारा कराई गई है। इसमें सामने आया हैै कि 50 प्रतिशत राशि हितग्राही के परिजनों के खातोें में गई थी और 50 प्रतिशत राशि नहीं मिली है। मामला जांच में है।
– सिद्धगोपाल वर्मा, सीईओ, जनपद पंचायत, सीहोेर
ग्राम पंचायत बराड़ी कला सहित पंचायत के तहत आने वाले गांवोें में मनरेेगा योजना सहित अन्य योजनाओं में निर्माण कार्य, विकास कार्य कराए गए हैं। सभी कार्य नियमानुसार हुए हैं। किसी तरह की कोई गड़बड़ियां नहीं की गई हैं, जो शिकायतें हो रही है वह पंचायत चुनाव में हार की खींज है। इस संबंध में मुझे भी कई धमकियां मिली हैं।
-अभिषेक मेवाड़ा, सचिव, ग्राम पंचायत बराड़ी कला, जिला सीहोर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button