बुधनी उपचुनाव… ’शिव-मोहन’ का चला जादू, ’दिग्गी-पटवारी’ का काम नहीं आया टोटका
- भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव 13901 वोटों से जीते, परास्त नेताओं के भरोसे उतरे राजकुमार पटेल एक बार फिर हारे
Sumit Sharma
सीहोर। बुधनी विधानसभा में हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। बुधनी में एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान के साथ में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का जादू भी चला। बुधनी उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव ने कांग्रेस के उम्मीदवार राजकुमार पटेल को 13 हजार 901 वोटों से पराजित कर दिया। हालांकि विधानसभा चुनाव 2023 में शिवराज सिंह चौहान की जीत के अंतर के बराबर भाजपा यहां पर मत प्राप्त कर सकी। उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव को 107469 वोट प्राप्त हुए हैं, जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को 1,04,974 मतों से जीत मिली थी। कांग्रेस ने भी बुधनी उपचुनाव में राजकुमार पटेल को प्रत्याशी बनाकर मुकाबला कांटे का बना दिया था। कांग्रेस ने यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी सहित कई दिग्गज नेताओं को उतारा था, लेकिन किसी का भी टोटका यहां पर काम नहीं आया। कांग्रेस आखिरी तक जीत का दावा करती रही, लेकिन किसी के भी दावे ’शिव-मोहन’ के जादू के आगे नहीं चल सके। इससे पहले सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना शाम को करीब 6 बजे तक चलती रही। कांग्रेस ने शुरू में ली बढ़त, धीरे-धीरे हो गई कम –
सीहोर के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच में मतगणना शुरू कराई गई। सबसे पहले वैलेट मतपत्रों की गिनती हुई। इसमें भाजपा ने बढ़त ली। भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव को 200 मत प्राप्त हुए तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल को 145 वैलेट मतपत्र मिले। इसके बाद ईव्हीएम मशीनें खोली गईं। इसमें पहले राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल को बढ़त मिली। पहले राउंड में कांग्रेस को 6481 वोटों की बढ़त मिली। यह बढ़त दूसरे राउंड में भी बरकरार रही, लेकिन इसके बाद भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव कांग्रेस पर भारी पड़ गए। कुल 13 राउंड में मतगणना हुई। हालांकि मतगणना बेहद धीमी गति से चलती रही, इसके कारण शाम को 6 बजे तक मतगणना का कार्य चलता रहा। कांग्रेस ने हर राउंड के बाद रुकवाई मतगणना – मतगणना के दौरान भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य प्रत्याशी मतगणना स्थल पर मौजूद रहे। कांग्रेस एजेंट बनाए गए कार्यकर्ताओं ने हर राउंड के बाद मतगणना रूकवाकर नतीजे लिए। इसके कारण मतगणना में भी देरी हुई। यह स्थिति हर राउंड के बाद बनी। बुधनी विधानसभा क्षेत्र के 363 मतदान केन्द्रों में मतदाताओं द्वारा ईवीएम में डाले गए मतों की गणना के लिए 2 कक्षों में 14-14 टेबल्स लगाई गईं थीं। मतगणना में 112 कर्मी सहित लगभग 200 अधिकारी-कर्मचारी तथा 300 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे। मतगणना हॉल में प्रत्येक मतगणना टेबल पर एक काउंटिंग सुपरवाईजर, एक काउंटिंग असिस्टेंट, एक काउंटिंग स्टॉफ तथा एक माइक्रो ऑर्ब्जवर भी रहे। समुचित संख्या में गणना कर्मियों ने मतगणना संपन्न कराई। एक टेबल पोस्टल वेलेट की गिनती के लिए अलग से लगाया गया था। मतगणना 13 राउंड में संपन्न कराई गई। भाजपा ने मनाया जश्न, कांग्रेसी हुए मायूस- बुधनी उपचुनाव में मुकाबला बेहद कांटे का रहा। भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव एवं कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल के बीच में मुख्य मुकाबला था। कुल 20 प्रत्याशी मैदान में थे। उपचुनाव में जीत के बाद भाजपा ने जमकर जश्न मनाया। भाजपा ने नतीजे अपने पक्ष में आने के बाद से ही जीत के जश्न की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं। रथ भी तैयार हो गया था तो वहीं बैंडबाजा, डीजे, ढोल वाले भी तैयार रहे। महाजन गार्डन में कार्यकर्ताओं का मजमा भी जम गया। अंतिम परिणाम आने के बाद ही जमकर आतिशबाजी की गई तो वहीं भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को जीत की बधाई देते हुए मिठाई भी खिलाई। नतीजों के बाद ये बोले नेता-
भाजपा प्रत्याशी रहे रमाकांत भार्गव ने कहा कि यह जीत भाजपा के कार्यकर्ताओं, डबल इंजन की सरकार और भाजपा संगठन की जीत है। जिस प्रकार से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विकास के कार्य कराए हैं तो वहीं बुधनी को शिवराज भैया ने रोड मॉडल बनाया है। विकास का यह पहिया बुधनी में भी लगातार घूमता रहेगा।
जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने कहा कि भाजपा की प्रचंड जीत हुई है। भाजपा की रीति-नीति पर जनता से पुनः मोहर लगाई है। मैं जनता-जनार्दन एवं कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई देता हूं। यह जीत भाजपा के कार्यकर्ताओं, भाजपा की रीति-नीति एवं हमारे केंद्रीय एवं प्रदेष नेतृत्व की जीत है।
कांग्रेस उम्मीदवार राजकुमार पटेल ने कहा कि बुधनी उपचुनाव को कांग्रेस कार्यकर्ताओं, जनता ने पूरी मुस्तैदी के साथ लड़ा। उपचुनाव में भाजपा का पूरा नेतृत्व एवं सरकार जुटी रही, लेकिन हमने भाजपा की डेढ़ लाख की लीड को कुछ हजारों पर लाकर छोड़ा है। इसका श्रेय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं संगठन को जाता है, जिन्होंने चुनाव से पहले बुधनी में रणनीति तैयार की एवं पूरी ताकत एवं मुस्तैदी के साथ में चुनाव लड़ा। 2023 के विधानसभा चुनाव में ये थी स्थिति – 2023 के विधानसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा से भाजपा प्रत्याषी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान थे। कांग्रेस ने उनके सामने यहां से विक्रम मस्ताल शर्मा ’हनुमानजी’ को उतारा था। ’शिव -हनुमान के बीच में भी कड़ी मुकाबला हुआ। शिवराज सिंह चौहान को 1,64,951 वोट और 70.7 प्रतिशत वोट शेयर मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विक्रम मस्तल शर्मा उनसे काफ़ी पीछे रहे। उन्हें 59,977 वोट मिले, जिससे जीत का अंतर 1,04,974 वोट रहा। इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को विदिश से प्रत्याशी बनाया। इसमें बुधनी विधानसभा क्षेत्र भी आता है। शिवराज सिंह चौहान को विदिषा संसदीय सीट से करीब 11,16,460 वोट मिले, जिसमें बुधनी विधानसभा से ही उन्हें करीब डेढ़ लाख वोटों की लीट मिली थी। राजकुमार पटेल को लगातार मिलती रही हार- कांग्रेस नेता एवं बुधनी उपचुनाव में प्रत्याशी रहे राजकुमार पटेल को लगातार हार का सामना करना पड़ा। राजकुमार पटेल को कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में भोजपुर से टिकट देकर मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें वहां भी हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले बुधनी विधानसभा में हुए उपचुनावों में भी उनकी लगातार हार होती रही। बुधनी सीट पर अब तक हुए तीन उपचुनाव में भाजपा की ओर से हर बार प्रत्याशी बदला गया। इसे एक संयोग ही कहा जा सकता है कि इस सीट पर हुए तीन उपचुनावों में कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को ही प्रत्याशी बनाया है और उन्हें तीनों ही उपचुनावों में हार मिली। राजकुमार पटेल 1992 में भाजपा के मोहनलाल शिशिर से 580 वोटों से और 2006 के उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान से 36,500 वोटों से हार गए थे। इस बार वे 13901 वोटों से हारे। हालांकि राजकुमार पटेल वर्ष 1993-98 तक बुधनी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। उन्हें दिग्विजय सिंह की सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री भी बनाया गया था। उनके बड़े भाई देवकुमार पटेल ने भी 1998 से 2003 तक बुधनी का प्रतिनिधित्व किया था।
इन प्रत्याशियों को मिले ये वोट-
क्र. अभ्यर्थी-पार्टी
1. रमाकांत भार्गव भाजपा 107469
2. राजकुमार पटेल कांग्रेस 93566
3. अर्जुन आर्य सपा 1379
4. आनंद कुमार श्याम रागोंपा 221
5. धर्मेंद्र सिंह पंवार (गोलु भैय्या) राटूरिपा 359
6. रामप्रसाद पटेल क्रांजपा 128
7. साधना उइके भाआपा 1431
8. विवेक कुमार निर्दलीय 857
9. राजकुमार निर्दलीय 849
10. भीम सिंह बारेला निर्दलीय 831
11. रामपाल भुसारिया निर्दलीय 1115
12. प्रदीप कुमार निर्दलीय 381
13. दिलीप सिंह तड़ावी भील निर्दलीय 1824
14. अजय सिंह राजपूत निर्दलीय 975
15. सुजीप कीर निर्दलीय 559
16. आरती शर्मा निर्दलीय 330
17. अब्दुल राशिद निर्दलीय 106
18. दुर्गा प्रसाद सेन निर्दलीय 276
19. गजराज सिंह गॉजरकुई निर्दलीय 301
20. सुधीर कुमार जैन निर्दलीय 114
21. नोटा 452
वरिष्ठ भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा ने दी बधाई, बोले यह कार्यकर्ताओं की जीत बुधनी विधानसभा में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव की जीत पर सीहोर के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि उपचुनाव में भाजपा की जीत सभी कार्यकर्ताओं की जीत है। भाजपा के केंद्रीय एवं प्रदेष नेतृत्व के मार्गदर्षन में सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने चुनावी मोर्चा संभाला एवं भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई। उन्होंने कहा कि भाजपा कोई भी चुनाव हो, उसको पूरी ताकत के साथ लड़ती है और यही कारण है कि इसके नतीजे भी भाजपा के पक्ष में आते हैं। बुधनी उपचुनाव में भी भाजपा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर से जीत दर्ज कराई है। श्री अरोरा ने इस जीत पर भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी हैं। यहां बता दें कि बुधनी उपचुनाव के प्रचार-प्रसार में भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा ने भी मोर्चा संभाला था। उन्होंने लगातार बुधनी विधानसभा में पहुंचकर भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के समर्थन में प्रचार किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की बैठकें ली तो वहीं जनता के बीच में पहुंचकर भी सरकार के कामों को गिनाया।