मुख्यमंत्री ने किया आईटीसी लिमिटेड का भूमि पूजन, बोले- स्थापना से क्षेत्र के युवाओं को मिलेगा रोजगार

- 1500 करोड़ रूपए की लागत के आईटीसी के दो कारखानों का किया जाएगा निर्माण

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज खेती किसानी के मामले में मध्यप्रदेश ने देश की सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट में मध्यप्रदेश ने डेढ़ दशक तक 18 प्रतिशत की कृषि विकास दर प्राप्त कर चमत्कार किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीहोर के औद्योगिक क्षेत्र बढ़ियाखेड़ी में 1500 करोड रुपए की लागत से बनने वाले आईटीसी लिमिटेड कंपनी के नए कारखानों के शिलान्यास अवसर पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में आईटीसी कंपनी के दो नए कारखानों इंटीग्रेटेड फूड मैन्यूफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स फैसिलिटी और सस्टेनेबल पैकेजिंग प्रोडक्ट्स मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया। इस दौरान आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव पुरी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल नुकसान से बचने और खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसानों को फसल उत्पादन के पैटर्न को बदलना होगा। परंपरागत फसलों के साथ-साथ व्यावसायिक फसलों का भी उत्पादन करना आवश्यक है, ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधार हो सके। अभी हम खरीफ की फसल में अधिकतर सोयाबीन और धान ही लगाते हैं और कई बार एक फसल पर ही संकट आने से किसानों को बहुत नुकसान हो जाता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग फसलों की किस्मों से किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो सके, इसके लिए आईटीसी द्वारा 7000 एकड़ में तुलसी, अश्वगंधा, कलौंजी की खेती की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि खेती पर आधारित उद्योग धंधे लगाने का सरकार निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि किसानों को भी अपनी फसलों का अच्छा दाम मिले और स्थानीय नागरिकों को रोजगार उपलब्ध हो सके।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के सार्थक हो रहे परिणाम-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पिछले ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का अच्छा परिणाम सामने आया है। इंदौर में जो इन्वेस्टर समिट हुई थी, उसमें 15 लाख 42 हजार 750 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव आए थे। उन्होंने कहा कि आईटीसी कंपनी ने भी प्रस्ताव दिया था, जिसके तहत बढ़ियाखेड़ी में 1500 करोड रुपए का उद्योग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईटीसी किसानों के साथ मिलकर उद्योग और खेती के विकास दोनों के लिए कार्य कर रही है। इस उद्योग के लगने से सीहोर और आसपास के 5000 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि हमारा यह निरंतर प्रयास है कि हम अधिक से अधिक उद्योग स्थापित करें, ताकि रोजगार के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल सके।

किसान न करें चिंता, सरकार साथ में है-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण किसान चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि किसान चिंता न करें, सरकार हर संकट से निपटने के लिए उनके साथ में है। उन्होंने कहा कि बारिश कम होने के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है। पहले 7 मेगावाट की आवश्यकता थी जो बढ़कर 15000 मेगावाट पहुंच गई है। सरकार पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की कोशिश कर रही है। आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन संजीव पुरी ने सीहोर में आईटीसी की नई निवेश परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में इछावर विधायक करण सिंह वर्मा, सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक रघुनाथ मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर, सीहोर जनपद अध्यक्ष नावड़ी बाई बारेला, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

आईटीसी की स्थापना से मध्यप्रदेश में कृषि एवं मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को मिलेगी गति-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने औद्योगिक क्षेत्र बढ़ियाखेड़ी में आईटीसी कंपनी के दो नए कारखानों इंटीग्रेटेड फूड मैन्यूफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स फैसिलिटी और सस्टेनेबल पैकेजिंग प्रोडक्ट्स मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी का शिलान्यास किया। ये दोनों कारखाने करीब 57 एकड़ में तैयार होंगे। इनके निर्माण में कुल 1500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इनसे सस्टेनेबल वैल्यू चेन में आजीविकाओं को सहयोग मिलेगा। इस फूड्स प्लांट में आईटीसी के विश्वस्तरीय भारतीय ब्रांड जैसे देश का नंबर-1 आटा ब्रांड आशीर्वाद, सनफीस्ट बिस्कुट और यिप्पी नूडल्स का उत्पादन होगा, जबकि मोल्डेड फाइबर प्रोडक्ट्स प्लांट सस्टेनेबल पैकेजिंग के क्षेत्र में नए मानक बनाएगा। इससे इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं, एफएमसीजी और फूड एवं वेबरेज सेक्टर में पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक का विकल्प प्रदान किया जाएगा। सीहोर में कारखाने के माध्यम से फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में आईटीसी का यह निवेश राज्य के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में मूल्य सृजित करेगा और एक इन्क्लूसिव एग्री-वैल्यू चेन को सहयोग प्रदान करेगा।