पुलिस के साये में मना क्रिसमस, चर्च के बाहर बजरंग दल ने हिंदुओं को रोका

सीहोर। शहर के सेंट एस चर्च में क्रिसमस का पर्व पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मनाया गया। एक ओर जहां ईसाई समाज के लोग प्रभु यीशु के जन्मोत्सव की खुशियां मना रहे थे, वहीं चर्च के बाहर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सक्रियता के चलते माहौल गरमाया रहा। बजरंग दल की टोली ने चर्च के गेट पर मोर्चा संभालते हुए वहां पहुंच रहे हिंदू धर्मावलंबियों को अंदर जाने से रोका और उन्हें अपने धर्म व संस्कृति के प्रति जागरूक रहने की समझाइश दी।
चर्च के बाहर डटे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रलोभन देकर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। कार्यकर्ताओं का दावा था कि शहर के ईसाई स्कूलों के शिक्षकों द्वारा हिंदू बच्चों को फोन कर जबरन क्रिसमस सेलिब्रेट करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने चर्च पहुंचने वाले हिंदुओं को नसीहत दी कि वे भगवान श्री रामकृष्ण और हनुमान जी महाराज की उपासना करें। हालांकि कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि उन्हें ईसाई समाज के लोगों के कार्यक्रम से कोई आपत्ति नहीं है और उन्हें सम्मानपूर्वक अंदर जाने दिया गया।
पुलिस की मौजूदगी में हुई चर्चा
हंगामे और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की सूचना मिलते ही कोतवाली टीआई रविंद्र यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करते हुए बजरंग दल के पदाधिकारियों और चर्च कमेटी के सचिव व सदस्यों से चर्चा की। पुलिस की मौजूदगी के कारण किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति नहीं बनी और कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
चर्च कमेटी ने दी सफाई, हम विश्व कल्याण की करते हैं प्रार्थना
मामले में चर्च कमेटी के सेक्रेटरी ने कहा कि वे प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी शांतिपूर्ण ढंग से क्रिसमस मना रहे हैं। उन्होंने धर्म परिवर्तन के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा हमारा धर्मशास्त्र किसी का जबरन धर्म परिवर्तन कराने की इजाजत नहीं देता। हम यहां विश्व कल्याण और शांति की प्रार्थना करते हैं। यह ईश्वर का मंदिर है, यहां आने से हम किसी को नहीं रोक सकते। उन्होंने यह भी कहा कि कथित धर्म परिवर्तन कौन लोग कर रहे हैं, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

Exit mobile version