300 विद्यार्थियों और 44 स्कूलों का संकुल केंद्र अतिथियों के भरोसे, नियमित शिक्षकों की मनमानी
छीपानेर स्थित स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का मामला
सीहोर। जिले के भैरूंदा विकासखंड स्थित अध्ययनरत 300 छात्र-छात्राओें एवं 44 स्कूलों का संकुल केंद्र स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अतिथि शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहा है। यहां पर नियमित दोे शिक्षक मनमर्जी से इसे चला रहे हैं। यही कारण है कि यहां पर परीक्षा के समय भी न तोे प्रभारी प्राचार्य मौजूद रहते हैं औैर न ही कोई अनुशासन दिखाई देे रहा। बच्चों को खुलेआम नकल करवाकर जहां बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तोे वहीं उनसे पैसे भी वसूले जा रहे हैैं। इधर पैसे लेकर नकल करवाने केे मामले कोे शिक्षा विभाग द्वारा गंभीरता सेे लिया गया है। इस मामले में जांच दल गठित करके दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
बुदनी विधानसभा में सरकारी स्कूलों की गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। ऐसे ही लापरवाही छीपानेर स्थित स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में देखने कोे मिली। यहां पर स्कूल का रिजल्ट शत-प्रतिशत लाने के लिए 9वीं एवं 11वीं के बच्चोें कोे शिक्षकों द्वारा खुलेेआम नकल करवाई जा रही है। इस नकल केे लिए बच्चों से 300 से 500 रूपए भी वसूले जा रहे हैं। जबकि स्कूल के पास 15 एकड़ जमीन की आय भी आती हैै तोे वहीं स्कूल कोे अन्य स्कूलों के समान मिलनेे वाली सरकारी राशि भी मुहैया कराई जाती है। इसके बावजूद भी स्कूल का यह आलम है।
संकुल केंद्र के दायरे में हैं 44 स्कूल-
सबसेे ज्यादा चिंता की बात तोे यह हैै कि स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छीपानेर में 300 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं तोे वहीं इस संकुल केंद्र केे अंतर्गत 14 मिडिल, 20 प्राइमरी, 7 हाईस्कूल एवं 3 हायर सेकंडरी स्कूलें भी आती हैं। जब संकुल केंद्र में इस तरह की स्थिति है तोे फिर इसके अंतर्गत आने वाली स्कूलों की स्थिति स्वयं बयां की जा सकती है।
इनका कहना है-
छीपानेर स्थित स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केे मामले में सामनेे आई स्थिति के लिए जांच दल गठित किया जा रहा है। जांच दल द्वारा जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
– भूपेश शर्मा, ब्लाक शिक्षा अधिकारी, भैरूंदा