मुआवजा वितरण में विलंब पर कलेक्टर नाराज, बोले- निर्देशों का कढ़ाई से पालन कराएं अधिकारी

- कलेक्टर बालागुरू के ने ली टीएल बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश

सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में टीएल बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों के समय-सीमा प्रकरणों और सीएम हेल्पलाइन में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए समय सीमा के भीतर सभी प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान नेशनल हाईवे, रेल परियोजनाओं, सिंचाई सहित विभिन्न परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन, मुआवजा वितरण, अर्जित भूमि का नामांतरण एवं कब्जा दिलाने के कार्य में प्रगति लाने के भी निर्देश दिए गए। इस दौरान उन्होंने भू-अर्जन के पश्चात होने वाले मुआवजा वितरण की कार्यवाही में हो रही देरी पर घोर नाराजगी व्यक्त की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुआवजा वितरण की कार्यवाही जल्द से जल्द की जाए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जाति प्रमाण के अभाव में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के मामलों में कार्यवाही में विलंब होता है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में पीड़ित व्यक्तियों के जाति प्रमाण पत्र जल्द बनाए जाएं, ताकि पीड़ितों को जल्द न्याय मिल सके। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि नगरीय क्षेत्रों में समग्र ईकेवाईसी का कार्य तेजी से किया जाए। इसके साथ ही जिले में बड़ी गौशालाओं के लिए भूमि चिन्हित की जाए। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा किसानों को समय पर आवश्यक मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए उर्वरकों का जिले से बाहर अनियमित रूप से स्थानांतरण एवं निर्यात प्रतिबंधित किया गया है, इसका कढ़ाई से पालन किया जाए, ताकि जिले में उर्वरकों की कमी न हो। इसके साथ ही जिले में उर्वरकों की उपलब्धता के संबंध में किसानों जानकारी भी दी जाए।
आदेश का हो कढ़ाई से पालन, रखें निगरानी-
बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने जिले में गत दिवस हुई दुर्घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए निर्देश दिए कि जिले के सभी बांधों, झरनों, जोखिमपूर्ण पर्यटन स्थलों, पुल-पुलियों पर वर्षा के दौरान पर्यटकों एवं नागरिकों को जाने से रोका जाए तथा निगरानी रखी जाए। जलभराव या बाढ़ की स्थिति में आवागमन को रोकने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के वॉटरफॉल एवं अन्य जोखिमपूर्ण स्थानों पर संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है, उस आदेश का कढ़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू टीम को अलर्ट मोड पर रखा जाए तथा सूचना मिलते ही त्वरित राहत एवं बचाव की कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने जिले के आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज तथा डिग्री कालेजों में क्षमतानुसार शत प्रतिशत सीटों पर प्रवेश कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों से 10वी एवं 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों की सूची प्राप्त कर यह सुनिश्चित करें सभी बच्चे अगली कक्षा में प्रवेश लें तथा कोई भी बच्चा ड्राप आउट न करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी ड्रॉपआउट कर रहा है तो इसका कारण पता करें और उसे कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रोत्साहित करें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन, अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर वंदना राजपूत, आनंद सिंह राजावत, एसडीएम नितिन टाले, जमील खान, तन्मय वर्मा, डिप्टी कलेक्टर स्वाति मिश्रा, सुधीर कुशवाह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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