अधिकारियों को कलेक्टर के सख्त निर्देश, कार्य में लाएं जवाबदेही, समयबद्धता और पारदर्शिता

सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. ने आज (शनिवार) जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अपने कार्यों में पूर्ण पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह है कि शासन की प्रत्येक योजना का लाभ सीधे और बिना विलंब आमजन तक पहुंचे तथा विकास कार्यों की गति बनी रहे। कलेक्टर ने चेतावनी दी कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य लंबित और समय-सीमा वाले प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण समय सीमा के भीतर किया जाए। उन्होंने लंबित सीएम हेल्पलाइन शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर बंद कराने के निर्देश दिए।
क्षतिग्रस्त सडक़ों की मरम्मत
कलेक्टर ने नेशनल हाईवे और रेलवे परियोजनाओं के लिए चल रहे भू.अर्जन, मुआवजा वितरण और कब्जा दिलाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि अधिग्रहित भूमि से संबंधित सभी प्रकरणों को नियमानुसार और पारदर्शी ढंग से शीघ्रता से निपटाया जाए, ताकि विकास परियोजनाओं में देरी न हो। शहरी और ग्रामीण विकास कार्यों की समीक्षा के दौरानए कलेक्टर ने बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई सडक़ों की मरम्मत के निर्देश दिए, ताकि नागरिकों को आवागमन में कोई असुविधा न हो। उन्होंने गीता भवन के लिए उपयुक्त भूमि चयन एवं आवंटन की प्रक्रिया भी तेज करने के निर्देश दिए।
नरवाई जलाने पर रोक
नरवाईद्ध जलाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कलेक्टर बालागुरू के. ने कृषि विभाग और राजस्व अमले को किसानों के बीच जनजागरूकता अभियान चलाने और ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पराली जलाना पर्यावरण और मिट्टी की उर्वरता दोनों के लिए नुकसानदायक है, इसलिए इस पर प्रभावी रोक लगाई जाए और पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने भावांतर योजना की समीक्षा करते हुए इसके प्रभावी, पारदर्शी और सुचारू संचालन पर जोर दिया ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने मॉडल रेट निर्धारित सीमा से नीचे न आने पाए इसके लिए मंडियों में नियमित निगरानी रखने, कंट्रोल रूम स्थापित करने और किसानों की शिकायतों का तत्काल निराकरण करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोयाबीन फसल के सत्यापन और फसल क्षति की प्रविष्टियों का कार्य सभी राजस्व अधिकारी पूरी करें, ताकि किसानों को राहत राशि और भावांतर योजना का लाभ समय पर मिल सके।
रबी सीजन की तैयारी
रबी सीजन की तैयारियों पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने खाद बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने खेतों में पानी रोकने के लिए बोरी बंधान के कार्य शीघ्रता से पूर्ण कराने को कहा। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत अनुदान राशि और लाभ समय पर हितग्राहियों के खातों में जमा करने पर भी जोर दिया। अंत में कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को अपने कार्यालयों को स्वच्छ रखने, दस्तावेजों का बेहतर संधारण करने और अधिकाधिक पौधे लगाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ सर्जना यादव, अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर वंदना राजपूत, एसडीएम स्वाती मिश्रा सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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