कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा सीहोर जिले के स्कूलों को स्मार्ट बनाने की अब कलेक्टर-कमिश्नर कान्फे्रंस में हुई प्रशंसा
- मुख्यमंत्री ने किया कलेक्टर-कमिश्नर कान्फ्रेंस के उद्घाटन-सत्र को संबोधित

सीहोर। सीहोर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा जिले के स्कूलों में शुरू कराई गई स्मार्ट क्लास की गूंज भोपाल में हुई कलेक्टर-कमिश्नर कान्फ्रेंस में भी सुनाई दी। मुख्यमंत्री शिवराह सिंह चौहान ने कलेक्टर के इस नवाचार की सभी अधिकारियों के सामने जमकर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री मंत्रालय में आयोजित कलेक्टर-कमिश्नर कान्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कलेक्टर्स का काम ऐसा हो जो उन्हें जीवनभर संतोष दे और उनके कार्यकाल को सकारात्मक रूप से याद किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में काम कर रहे अधिकारियों के प्रयासों से ही विकास और जन-कल्याण के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इंदौर कलेक्टर ने जनसुनवाई, सीहोर कलेक्टर ने शिक्षकों के सहयोग से स्मार्ट क्लास आरंभ करने और डिंडौरी कलेक्टर ने जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और उनके त्वरित निराकरण में सराहनीय कार्य किया है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी कलेक्टर अपने स्तर पर नवाचार कर रहे हैं। अधिकारी अपने कैरियर में सामान्यत: 6 से 8 साल की अवधि तक जिला कलेक्टर के रूप में कार्य करते हैं। इस अवधि में पूरा परिश्रम, उत्साह, बाधाओं का सामना करने की क्षमता और विजन के साथ मिशन मोड में इस प्रकार काम करें कि यह अवधि जीवनभर आपको संतोष दे और आपका कार्यकाल सकारात्मक रूप से याद किया जाए।