किसान आंदोलन के लिए कांग्रेस को रास आया बुधनी विधानसभा!

अब यूरिया पर तकरार... कांग्रेस सड़क पर, विधायक भार्गव बोले- नहीं है खाद की किल्लत

सुमित शर्मा
यूरिया खाद की किल्लत को लेकर प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में भी हल्ला मचा हुआ है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। किसानों को फसलों के लिए खाद की जरूरत है। यह स्थिति सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में भी है। बुधनी विधानसभा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का संसदीय क्षेत्र होने के साथ-साथ उनका गृहनगर भी है। बुधनी विधानसभा से ही चुनाव जीतकर शिवराज सिंह चौहान 17 वर्षों से अधिक समय तक मुख्यमंत्री की कुर्सी भी संभालते रहे। यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों के साथ कांग्रेस भी सड़क पर है एवं भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस बुधनी विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा हमलावर है। किसान आंदोलन के लिए कांग्रेस को बुधनी विधानसभा रास आ गया है। पिछले दिनों किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ बुधनी तहसील पहुंचे और खाद की किल्लत को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा। इसके बाद वे क्षेत्रीय विधायक रमाकांत भार्गव के कार्यालय भी पहुंचे। यहां पर विधायक नहीं मिल सके। किसान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि वे शाहगंज पहुंचे, लेकिन विधायक किसानों की आवाज सुनने के लिए नहीं आए। वे वहां से नदारद हो गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता के प्रतिनिधि का जनता से इस तरह भागना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि शर्मनाक भी है। किसान ठगा हुआ महसूस कर रहा है। खेतों में अन्न उगाने वाला किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहा है और उसके जनप्रतिनिधि आंखें चुराकर पर्दे के पीछे छिप रहे हैं। इस घटना के बाद भाजपा विधायक रमाकांत भार्गव ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया एवं कहा कि खाद की कोई किल्लत नहीं है। पर्याप्त मात्रा में किसानों को खाद बांटा गया है। विधायक ने खुद मोर्चा संभालते हुए अधिकारियों को खाद की उपलब्धता के लिए निर्देश भी दिए। विधायक रमाकांत भार्गव ने कहा कि भाजपा की सरकार हमेशा से किसानों की हितैषी रही है। चाहे कोई प्राकृतिक आपदा हो, किसानों के साथ कोई संकट हो, हमेशा से भाजपा की सरकार ने सबसे पहले किसानों के हितों में निर्णय लिए हैं। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य भाजपा सरकार में शुरू हुआ तो अब किसानों का मूंग तक सरकार समर्थन मूल्य पर खरीदकर किसानों के हितों की रक्षा कर रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार किसान हितैषी निर्णय ले रहे हैं। किसानों को लेकर भाजपा सरकार में कोई कमी नहीं रही। यूरिया सहित अन्य खाद की भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। कांग्रेस सिर्फ किसानों को ढाल बनाकर उनके दम पर राजनीति कर रही है। किसानों को कर्जमाफी का झूठा आश्वासन देकर सत्ता हासिल कर ली, लेकिन किसानों का कर्जमाफ नहीं कर सके और अब किसानों को लेकर कांग्रेस राजनीति कर रही है। कांग्रेस हमेशा से घटिया स्तर की राजनीति करती रही है।
कांग्रेस को रास आया बुधनी विधानसक्षा क्षेत्र-
किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस को बुधनी विधानसभा क्षेत्र सबसे ज्यादा रास आता है। केंद्रीय कृषि मंत्री एवं 17 वर्षों से अधिक समय तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान का बुधनी विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के लिए आंदोलन का सबसे उपयुक्त केंद्र बना हुआ है। चाहे किसानों की ट्रेक्टर-ट्रॉली रैली हो या फिर अन्य कोई किसान आंदोलन, कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा में ही किए हैं। कभी बुधनी विधानसभा के भैरूंदा तो कभी सलकनपुर तो कभी बुधनी में कांग्रेस ने आंदोलन करके किसानों के बीच पहुंचने की लगातार कोशिश की है। बुधनी विधानसभा में आंदोलन करने का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि यहां पर कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा की सक्रियता का लाभ भी कांग्रेस पार्टी को मिलता है।

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