
सीहोर। इस बार नगरीय निकाय चुनाव में नगर पालिका, नगर परिषदों में टिकट को लेकर कांग्रेस नेे अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी जिलाध्यक्षोें सहित चुनाव प्रभारियों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि नगर पालिका, नगर परिषदों सहित नगर-निगमों में जोे प्रत्याशी जिस वार्ड में रहता है उसे वहीं से टिकट दिया जाए। ऐसा निर्णय लेने के बाद कांग्रेस के उन नेताओं को इस बार चुनाव लड़ने से वंचित रहना पड़ेगा, जो अपने वार्ड के अलावा किसी दूसरे वार्ड पर नजर गढ़ाए बैठे थे। हालांकि कांग्रेस केे इस रूख से भाजपा को नुकसान हो सकता है, क्योंकि भाजपा में भी पर्यवेक्षकों द्वारा रायशुमारी के दौरान कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियोें द्वारा यह बात पुरजोर तरीके से रखी गई कि वार्डोें में स्थानीय नेताओें को ही टिकट दिया जाए। इस बार बाहरी प्रत्याशी नहीं थोेपे जाएं।
निकाय चुनाव की तैयारियोें में जुटी कांग्रेस के लिए अब एक नया क्राईटैरिया सामनेे आ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्र लिखकर कहा है कि नगर पालिका, नगर परिषदों मेें स्थानीय वार्ड निवासी नेता कोे ही टिकट दिया जाए। ऐसे में स्थितियां थोेड़ी सी बदल सकती है। दरअसल सीहोर जिले में सीहोेर, आष्टा नगर पालिका सहित नगर परिषदों में कई वार्ड तो ऐसे हैं, जिनमें कांग्रेस नेताओें का टोटा है। ऐसे वार्डों से चुनाव की तैैयारियोें में दूसरे वार्डों केे निवासी टकटकी लगाए बैठे थे, लेकिन अब इन नेताओं को मायूसी हाथ लग सकती है।
सीहोर नगर सहित जिले में बनेगी असमंजस की स्थिति-
नगर पालिका सीहोर, आष्टा सहित नसरूल्लागंज, इछावर, बुदनी, रेहटी, शाहगंज सहित अन्य नगर परिषदों में कांग्रेस नेताओें केे सामने असमंजस की स्थिति बन सकती है। इन शहरों के वार्डोें में स्थितियां ऐसी भी बन सकती है कि यहां पर कांग्रेस केे कोई ऐसे नेता निवासी ही नहीं हैैं। ऐसे में किसी बाहरी को ही टिकट देेकर चुनाव में उतारना पड़ेगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तोे इसका खामियाजा कांग्रेस कोे भुगतना पड़ सकता है। हालांकि इस निर्णय केे बाद कांग्रेस केे ऐसे नेताओें कोे मायूसी हाथ लगेगी, जो चुनावी तैयारियोें में जुटे हुए थेे, लेकिन अब वे चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।



