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आनलाइन अभिषेक में शामिल हुए करोड़ों लोग, पसरा रहा सड़कों पर सन्नाटा

पंडित प्रदीप मिश्रा की उपस्थिति में हुआ कुबेरेश्वर धाम पर शिवजी का अभिषेक, पूजन

सीहोर। जिला मुख्यालय स्थित प्रसिद्ध तीर्थ कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में श्रावण मास में अमावस्या की पूर्व संध्या पर आनलाइन अभिषेक कराया गया। इसमें पंडित प्रदीप मिश्रा, कुबेरेश्वर धाम के प्रबंधक समीर शुक्ला भी शामिल हुए। ब्राहम्णों की उपस्थिति में हुए इस आनलाइन अभिषेक में देश-विदेशों के करीब 80 करोड़ लोगों ने अपने-अपने घरों में अभिषेक किया। श्रावण मास में आॅनलाइन अभिषेक का यह पांचवां वर्ष था। इस दौरान करीब एक घंटे तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा एवं लोगों ने अपने-अपने घरों में मिट्टी के शिवलिंग बनाकर उनका पूजन एवं अभिषेक किया। लोग घरों में टीवी, मोबाइल के माध्यम से लाईव आॅनलाइन अभिषेक में शामिल हुए एवं ब्राह्म्णों द्वारा कराई गई पूजा को घरों में भी किया। कुबेरेश्वर धाम में भी पंडित प्रदीप मिश्रा सहित बड़ी संख्या में लोगों ने अभिषेक किया। इस दौरान श्री शिवाय नमस्तुभयं… हर हर महादेव… जय शिव शंकर… के जयकारे गूंज रहे थे। चारों तरफ भक्तिमय माहौल बना हुआ था। इससे पहले लोगों ने अपने-अपने घरों में पूजा की तैयारियां की, मिट्टी के शिवलिंग बनाए, पूजन सामग्री एकत्रित की। शाम को 7 बजे से लोग घरों में पूजन के लिए तैयार हुए एवं आनलाइन अभिषेक किया। एक अनुमान के मुताबिक 80 करोड़ से अधिक लोग इस आनलाइन अभिषेक में शामिल हुए। गत वर्ष यह संख्या करीब 75 करोड़ की थी। इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिवजी के अभिषेक के बारे में बताया एवं इसके फायदे भी गिनाए।
थम गया देश, पसरा रहा सन्नाटा-
सावन मास में शिवरात्रि एवं अमावस्या की पूर्व संध्या पर कुबेरेश्वरधाम में भगवान शिव का अभिषेक एवं पूजन-अर्चना हुआ। इस दौरान लोगों ने अपने-अपने घरों में भी अभिषेक किया। पंडित प्रदीप मिश्रा की उपस्थिति में हुए इस आयोजन में देश-विदेश के करोड़ों लोग शामिल हुए। इस दौरान देश थम गया तो वहीं सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि अत्यंत शुभ मुहूर्त में घरों में पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनका रुद्राभिषेक करने से काफी फायदे होते हैं। घर में सुख-शांति के साथ वैभव बना रहता है। उन्होंने कहा कि माता पार्वती और मां गंगा दोनों ही भगवान शिव के चरण छू रही हैं, जिससे इस साल सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व है। साथ ही सामूहिक रूप से पूजा करने से तत्काल फल मिलता है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान आस्था के साथ भव्य आयोजन किया गया था, देश ही नहीं विश्व में भी श्रद्धालुओं द्वारा करोड़ों पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण कर पूजन किया गया था। इस बार और अधिक उत्साह दिखाई दिया। गत वर्ष 73 करोड़ श्रद्धालु इस अनुष्ठान में शामिल हुए थे, लेकिन इस वर्ष 80 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आनलाइन पूजन से जुडे। इस दौरान श्री शिवाय नमस्तुभं… हर हर महादेव… जय शिव शंकर… के जयकारे गूंज रहे थे। चारों तरफ भक्तिमय माहौल बना हुआ था। भक्तों ने घर-घर में पार्थिव शिवलिंग की पूजा-अर्चना की। कुबेरेश्वरधाम पर आयोजित आनलाइन अभिषेक में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं शामिल थे, वहीं देश के कोने-कोने में एक घंटे तक लोगों ने विधि-पूर्वक शिव की उपासना की।

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