टकराव रोकने सीएस का प्लान, अस्पताल में मरीज और स्टाफ के लिए ‘शालीन व्यवहार’ अनिवार्य

- जिला अस्पताल में जगह-जगह लगेंगी निर्देश लिखी पट्टिका

सीहोर। जिला अस्पताल (ट्रामा सेंटर) में नवागत सिविल सर्जन डॉ. उमेश श्रीवास्तव ने पदभार संभालने के एक महीने के भीतर ही अस्पताल के माहौल को बेहतर बनाने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। डॉ. श्रीवास्तव का मुख्य फोकस मरीज के परिजनों और ड्यूटीरत स्टाफ के बीच टकराव की स्थिति को निर्मित होने से रोकने पर है। उन्होंने इस संबंध में स्टाफ को निर्देशित किया है और वे लगातार बैठकें ले रहे हैं।

सिविल सर्जन डॉ. उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल में सभी जगह पट्टियां लगाई जा रही हैं, जिन पर स्पष्ट लिखा है ड्यूटीरत कर्मचारी आपके मरीज का उपचार कर रहे हैं, कृपया संयम रखें एवं शालीन व्यवहार करें। उन्होंने यह भी निर्देश जारी किए हैं कि ड्यूटी पर कार्यरत सभी चिकित्सक एवं स्टाफ मरीज और उनके परिजनों से सद्व्यवहार करें, विनम्र व्यवहार रखें, डॉक्टर व मरीज के अटेंडर दोनों विनम्र व्यवहार रखें।
सुविधा के लिए किए जा रहे बदलाव
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। प्रसूति वार्ड को नया प्रसूति वार्ड और पुराने एनसीयू को प्रथम तल से जोड़ा जाएगा, जो फिलहाल ऊपर की मंजिल से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा लेबर रूम की गोपनीयता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक अतिरिक्त गेट बनाया जा रहा है। यहां अटेंडरों को बाहर ही रोक दिया जाएगा और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे, ताकि कोई भी व्यक्ति सीधे प्रवेश न कर सके।
स्वच्छता पर विशेष जोर
अस्पताल परिसर की स्वच्छता को लेकर भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। डॉ. श्रीवास्तव ने निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में आने वाले किसी भी व्यक्ति को गंदगी से परेशानी न हो। साथ ही मरीज के अटेंडरों के लिए खाना खाने की अलग जगह की व्यवस्था की जा रही है। स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए, सिविल सर्जन ने बताया कि रिक्त पदों की पूर्ति हेतु हेल्थ कमिश्नर को लिख दिया गया है। कोशिश की जा रही है कि अस्पताल के रिक्त पद शीघ्र भरे जाएं।

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