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सीएम के गढ़ बुदनी में दीपक जोशी की एंट्री, लेकिन कांग्रेस में बाहरी की अस्वीकारता

सीहोर। मध्यप्रदेश में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने वाले दीपक जोशी की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान केे गढ़ बुदनी विधानसभा में एंट्री हो गई है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा केे साथ वे बुदनी विधानसभा के रेहटी से नसरूल्लागंज पहुंचेे। इस दौैरान कांग्रेस द्वारा शक्ति प्रदर्शन भी किया गया तोे वहीं पूर्व मंत्री दीपक जोशी को यहां से लांच भी किया गया। कभी भाजपा सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी यदि मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस से उम्मीदवार बनकर खड़े हो तोे यह आश्चर्यचकित नहीं होगा, लेकिन इस बार सीहोर विधानसभा सहित जिले की अन्य विधानसभाओें में भी कांग्रेस पहले ही इस विरोध का सामना कर चुकी है कि इस बार कोई भी बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा। इस बार कांग्रेस पार्टी में पुरजोर तरीके से स्थानीय उम्मीदवार को टिकट देने की मुखालफत की जा रही है। वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे कई दिग्गज एवं युवा नेताओें की भी मंशा है कि बुदनी विधानसभा सहित जिले की सभी विधानसभाओं में इस बार कोई बाहरी व्यक्ति की जगह स्थानीय चेहरा ही चुनाव मैदान में हो। पिछले दिनों सीहोर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के सामने भी कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने यह बात पुरजोर तरीकेे से उठाई थी कि इस बार सीहोर विधानसभा सहित जिले की किसी भी विधानसभा में बाहरी उम्मीदवार बर्दास्त नहीं किया जाएगा। यदि स्थानीय उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा तो कांग्रेस के कार्यकर्ता तन, मन और धन से चुनावी मोर्चा संभालेंगे और यदि किसी बाहरी को लेकर आए तो उसे हारने से भी कोई नहीं रोक पाएगा। इस खुली चेतावनी के बाद भी यदि कांग्रेस सीहोर जिले की विधानसभा सीटों से यदि किसी बाहरी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारती है तो उसके लिए राह इतनी आसान नहीं होेगी। बहरहाल अभी यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार चुनाव मैदान में कांग्रेस कोई बाहरी को उतारेगी या किसी स्थानीय नेता को मौैका देगी।
बुदनी विधानसभा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान का गढ़ है। उन्होंने राजनीति का क,ख,ग… बुदनी विधानसभा से ही सीखा। बुदनी विधानसभा के ग्राम जैत से निकलकर जननायक बनने तक के उनके सफर में बुदनी विधानसभा की अहम एवं महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनकी राजनीतिक जमीन हमेशा से बुदनी ही रहा है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुदनी विधानसभा को लेकर हमेशा भावुक रहते हैं। चाहे विकास का काम हो या यहां केे कोई आयोजन होे, वे बुदनी आना नहीं भूलतेे। मुख्यमंत्री रहते भी उन्होंने बुदनी विधानसभा को कभी अनदेखा नहीं किया। वे यहां की जनता केे दिलों में बसते हैैं। ऐेसे में मुख्यमंत्री केे सामनेे बुदनी से कांग्रेस का चेेहरा कौन होेगा यह तोे भविष्य केे गर्त मेें है, लेकिन कांग्रेस भी इस बार किसी स्थानीय नेता कोे ही यहां सेे चुनावी मैदान में उतारेेगी ऐसी संभावनाएं प्रबल हैं। कांग्रेस केे इतिहास में चाहे बुदनी विधानसभा क्षेत्र हो या फिर विदिशा लोकसभा क्षेत्र हो, यहां सेे जब भी कांग्रेस ने ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट दिया उसकी जीत हुई। इस बार भी कांग्रेस बुदनी विधानसभा से किसी ब्राह्मण चेहरे को टिकट देेकर मुख्यमंत्री के सामनेे मैदान में उतार सकती है। फिलहाल बुदनी विधानसभा से कांग्रेस के टिकट केे लिए कई दावेेदारों के नाम सामने भी आ रहे हैं, ऐसे में भाजपा से कांग्रेस में आए दीपक जोशी यदि बुदनी विधानसभा से तैैयारियोें में जुट रहे हैैं तोे उनके लिए सबसेे बड़ी चुनौती इन दावेदारों को मनाना होगा, क्योंकि कहीं न कहीं कांग्रेस में यह बात जोर पकड़ रही है कि इस बार चाहे बुदनी विधानसभा हो, सीहोर विधानसभा हो या फिर जिले की अन्य कोई विधानसभा होे, बाहरी उम्मीदवार की स्वीकार्यता नहीं है। दीपक जोशी ने नसरूलागंज में संविधान बचाओ कार्यक्रम के दौरान मंच से कहा कि वे बुदनी विधानसभा की पिच का निरीक्षण करनेे केे लिए आए थेे औैर उन्होंने यहां की पिच देखी है। लेकिन बुुदनी विधानसभा की पिच पर जहां पहलेे सेे ही कांग्रेस नेता शतक ठोेककर मैन ऑफ दे मैच के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं वहां पर दीपक जोेशी कैसेे इनके बीच में बल्लेबाजी कर पाएंगेे, यह देखना भी दिलचस्प होगा।

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