कुबेरेश्वरधाम को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

सीहोर। कुछ असामाजिक व्यक्तियों के द्वारा सीहोर से गायों की चोरी करके उन्हें मारते, पीटते, भगाते हुए करीब 10 किलोमीटर दूर चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में स्थित मुरली मनोहर गौशाला में लेकर आए और यह आकर धाम के सेवकों से अभद्र व्यवहार करते हुए भक्तों को गाली गलोच करते हुए जबरदस्ती चार गौ माताओं को गौशालाओं पर खुटे पर बांध दिया, इस घटना की निंदा श्रद्धालुओं ने की है और समिति के द्वारा घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ मंडी थाने में आवेदन देकर सख्त कार्रवाई करने की मांग भी पुलिस प्रशासन से की है।
इस मामले को लेकर गौ पालक युवा समाजसेवी आशीष गहलोत ने बताया कि गत दिनों उनकी दो गाय गुम हो गई थी, वह अपनी गायों को लेकर चिंता कर रहे थे, तभी उन्हें गायों की सूचना मिली तो वह कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचे और अपनी गायों को पहचान लिया, इस प्रकार एक अन्य गाय के मालिक ने भी अपनी गायों की पहचान कर ली है। इस मौके पर श्री गहलोत और समिति के लोगों का कहना है कि सीहोर धर्म नगरी है ऐसे में वैशाख की इस गर्मी में जिन्होंने ने शहर से गौ माताओं के साथ मारते, पीटते और भगाते हुए स्वयं गाडी में आकर इन गायों को जबरदस्ती गौशाला में बंधा है उन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, इस संबंध में पुलिस प्रशासन को शिकायत दर्ज की है। इस प्रकार के लोग धर्म के नाम पर धब्बा है और इन्होंने देश के भक्तों की आस्था का केन्द्र बने कुबेरेश्वरधाम को बदनाम किया है। इसकी हम निंदा करते है।
गौशाला में पर्याप्त संख्या में है गाय
समिति का कहना है कि विठलेश सेवा समिति के द्वारा संचालित चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में स्थित मुरली मनोहर गौशाला में धाम के नियमानुसार यहां पर दर्ज सभी गायों की बकायदा इंट्री की जाती है और उनके चारे आदि की व्यवस्था भी की जाती है, लेकिन इन आरोपियों ने धाम को बदनाम करने के लिए बाहर की गायों को मारते हुए लाकर उनको जबरदस्ती गौशाला में भरना और गौशाला की गाय को खुटे से छोड़ देना किसी साजिश का हिस्सा है, इस तरह की घटना की समिति निंदा करती है।

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