
सीहोर। सलकनपुर स्थित मां विजयासन देवी धाम देशभर में आस्था के एक बड़े केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में देवीलोक का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें देवी के नौ रूपों तथा 64 योगिनी को शास्त्रों में वर्णित कथाओं के साथ आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनेक निर्माण एवं विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। देवी लोक का निर्माण 200 करोड़ रुपए से अधिक की कार्ययोजना है। देवीलोक के निर्माण के पश्चात धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन पर आधारित आर्थिक गतिविधियों का भी विस्तार होगा।
ऐसा होगा देवी लोक का स्वरूप –
नवदुर्गा कॉरिडोर भी होगा विकसित –
देवी लोक की ये रहेंगी अन्य विशेषताएं –
मंदिर के मुख्य द्वार के पास सप्त मातृका को मूर्ति तथा म्यूरल आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। वेटिंग हॉल के टेरेस पर महाविद्या थीम पर मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, सुंदरी, बगुला मातंगी, भुनेश्वरी, सिद्ध विद्या, भैरवी एवं धूमावती की झांकियां मूर्ति एवं म्यूरल आर्ट के रूप में प्रदर्शित की जाएंगी।
माता विजयासन मंदिर के मुख्य द्वार को लाल पत्थरों से सौंदर्यीकरण कर मां दुर्गा के विभिन्न श्लोक म्यूरल एवं संकेतों से सुसज्जित किया जाएगा। प्रवेश द्वार के समीप फाउंटेन ऑफ लाइट बनाया जाएगा। सुंदर पार्क तथा पर्यटक के विश्राम के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं रहेंगी।
श्रद्धालुओं के लिए रहेंगी सभी आवश्यक सुविधाएं-
ये चल रहे विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्य –
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गत वर्ष मई माह में 43 करोड़ रुपए के अनेक विकास एवं निर्माण के कार्यों का भूमि पूजन किया गया था। इनमें अनेक कार्य पूर्ण हो गए हैं। वर्तमान में पहाड़ी के ऊपर दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों के लिए पृथक-पृथक पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग के समीप ही शौचालय भी बनाया गया है। इसके साथ ही ड्राइवर्स डोर मेट्री एवं गार्डरूम भी बनाया गया है। प्रवेश द्वार भी बनाया गया है। शिव मंदिर का पाथवे निर्मित किया गया है। मंदिर परिसर में गेट ग्रिल स्थापित की गई है तथा वेटिंग एरिया की फ्लोरिंग का कार्य किया गया है। पहाड़ी के नीचे दो भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। मेला ग्राउंड पर भव्य दीपस्तंभ एवं 102 दुकानों का निर्माण किया गया है। मेला ग्राउंड पर पेयजल एवं शौचालय बनाए गए हैं। इसके साथ ही सरोवर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के कई कार्य किए गए हैं।