नई दिल्ली। नसीरुद्दीन शाह की बेबाकी से एक एक तबका खासा नाराज है। देश के हालात पर अपनी खुली राय रखने से वे उन्हें फूटी आंख नहीं सुहाते। विरोधी अब उन पर लव जिहाद का आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने 1982 में गैर-मुस्लिम एक्ट्रेस रत्ना पाठक से लव मैरिज की थी। लेकिन, नसीरुद्दीन शाह ने यह खुलासा करके विरोधियों को करारा जवाब दिया है कि रत्ना पाठक ने उनसे शादी के बावजूद धर्म नहीं बदला था।
आखिर क्या है मामला
नसीरुद्दीन शाह ने मौजूदा राजनीतिक माहौल पर अपनी नाराजगी जताते हुए अपनी शादी को लेकर एक खुला पत्र लिखा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिग्गज एक्टर ने बताया कि न उन्हें एक हिंदू महिला और न ही रत्ना पाठक को एक मुस्लिम पुरुष से शादी करने से आपत्ति थी। नसीरुद्दीन शाह ने पूर्व कैबिनेट मंत्री के पार्टनर के बयान पर हैरानी जताई, जिन्होंने उन पर धमकी भरे लहजे में लव जिहाद का आरोप लगाया था। एक्टर बोले, ‘मुझे धमकाया कि तुमने जब धर्म बदलकर शादी की, तो किसी ने तुम्हें कुछ नहीं कहा। वे बताना चाहते हैं कि अब मेरा वक्त नहीं रहा।
आखिर मजहब कैसे बदल सकते हैं
नसीरुद्दीन शाह ने खुलासा किया कि उनके घर पर इस विषय पर सिर्फ एक बार चर्चा हुई थी, वह भी मां ने बात छेड़ी थी। एक्टर ने बताया, ‘जब मां को रत्ना के धर्म न बदलने के निर्णय के बारे में पता चला, तो वे बोली थीं- ‘आखिर मजहब कैसे बदल सकते हैं।’ नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि रत्ना पाठक के साथ उनकी शादी, इस बात की गवाही है कि हिंदू-मुस्लिम एक-साथ जीवन जी सकते हैं।