दिग्विजय सिंह 10 साल सीएम रहे, तब उन्हें बुधनी की याद नहीं आई, अब क्यों आ रहे हैं: मुख्यमंत्री
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चकल्दी को दी महाविद्यालय की सौगात, गोपालपुर को बनाया जाएगा तहसील
Sumit Sharma
रेहटी-भैरूंदा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान ने कहा है कि जब दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे, तब तो उन्हें एक बार भी बुधनी विधानसभा की याद नहीं आई। वे एक बार भी यहां नहीं आए और अब आकर सीधे-साधे, भोले-भाले आदिवासी भाई-बहनों को बहला-फुसला रहे हैं। कांग्रेस की सरकार में बुधनी विधानसभा की क्या स्थिति थी। गड्ढों मेें सड़कें थीं, बारिश में सड़कों पर पैदल चलना भी दुस्वार था। आदिवासियों को उनका अधिकार नहीं मिलता था, अत्याचार होता था। महिलाओं के साथ आए दिन घटनाएं होती थीं। तब उन्हें यहां की याद नहीं आई और अब उन्हें बुधनी की याद आ रही है। मुख्यमंत्री ने ये बातें अपने दौरे के एक दिन पहले चकल्दी के समीप आदिवासी गांव लावापानी आए दिग्विजय सिंह केे उस बयान का पलटवार करते हुए कही, जिसमें दिग्गी राजा ने कहा था कि उनके दौरे से मुख्यमंत्री इतनेे डर गए हैैं कि अगले दिन उनका कार्यक्रम चकल्दी में रख लिया गया। इससे पहले चकल्दी पहुंचे मुख्यमंत्री का हैलीपेड पर सांसद रमाकांत भार्गव सहित अन्य भाजपा नेताओें ने स्वागत-सत्कार किया। मुख्यमंत्री ने चकल्दी में 81 करोड़ से अधिक के निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया साथ ही चकल्दी में महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने गोपालपुर में भी 52 करोड़ रूपए से अधिक के निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण करते हुए गोपालपुर कोे तहसील बनाने की घोषणा भी की है। इस दौरान उनका रोड शो भी हुआ। जनता का सुख-दुख मेरा सुख-दुख है- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता का सुख-दुख मेरा सुख-दुख है। प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए मैं दिन-रात काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि विकास पर्व के तहत पूरे प्रदेश में विकास का महायज्ञ चलाया जा रहा है। इसके तहत अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों का शिलान्यास तथा भूमिपूजन किया जा रहा है। सड़क, बिजली, पेयजल, सिंचाई के लिए पानी तथा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने चकल्दी में 81 करोड़ 44 लाख 4 हजार रूपए के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने चकल्दी में महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण उत्पादन कम होता था, लेकिन अब अनेक सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से हर किसान के खेत तक पानी पहंुचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चकल्दी में पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना का लोकार्पण किया गया है। इस सिंचाई योजना से पाटतलाई, अमीरगंज एवं पलासपानी जैसे पहाड़ी क्षेत्र के गांव के खेतों तक सिंचाई के लिए किसानों को पानी उपलब्ध होगा। पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना से तीनों गांवों के 661 किसानों की 889.07 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होंगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अनेक योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए। अब बहनों को नहीं होगा पैसों का अभाव- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पैसों के अभाव में बहनों को बच्चों तथा घर की जरूरतों को पूरा करने में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, लेकिन मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना से अब महिलाएं अपनी सभी जरूरतों को पूरा कर पा रही हैं। इससे महिलाएं अपने साथ-साथ अपने बच्चों की और पारिवारिक जरूरतों को भी पूरा कर रही हैं। लाडली बहना योजना के तहत बहनों के खातों में एक हजार रुपए की राशि डाली जा रही है और इस राशि को 250 रूपए के मान से बढ़ाकर 3000 रूपए तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब बहन, बेटी एवं पत्नी के नाम मकान, दुकान या खेत खरीदने पर पंजीयन शुल्क एक प्रतिशत और स्वयं के नाम पर खरीदने पर तीन प्रतिशत लगेगा। उन्होंने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना के साथ ही पुलिस भर्ती में भी बेटियों को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत बुजुर्गों को वायुयान से तीर्थ यात्रा कराई जा रही है। चकल्दी में पैदल चले तो गोपालपुर में हुए रथ पर सवार- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान तय कार्यक्रम 12.25 से करीब एक घंटे की देरी से चकल्दी पहुंचे। हैलीपेड पर उतरने के बाद उनका काफिला कार्यक्रम स्थल की तरफ बढ़ा, लेकिन वे गांव में घुसते ही गाड़ी से उतर गए और पैदल ही चले। इस दौरान घर-घर से उनका आत्मीय स्वागत-सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री के साथ युवाओं में सेल्फी लेने की होड़ भी लगी रही। रास्तेभर युवा उनके साथ सेल्फी लेते रहे। हालांकि उनका पैदल चलने का कार्यक्रम तय नहीं था, लेकिन वे पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल से थोड़ी देर पहले ही गाड़ी में सवार हुए। इधर गोपालपुर में उनका रोड शो करने का कार्यक्रम तय था। यहां पर मुख्यमंत्री ने रथ पर सवार होकर गोपालपुरवासियों से आशीर्वाद प्राप्त किया। रोड शो के दौरान हर घर से उनके उपर फूलों की वर्षा की गईं तो वहीं रास्तेेभर जय-जयकार भी होती रही। जगह-जगह उनका माला पहनाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने भी सभी का आत्मीय भाव से अभिवादन भी किया। चकल्दी में लगा हेल्थ कैंप, हुई जाचें- चकल्दी में आयोजित विकास पर्व के तहत मैगा हेल्थ कैंप का आयोजन भी किया गया। इस दौरान यहां पर विशेेषज्ञ डॉक्टरोें की टीम तैनात रही। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मुख्यमंत्री मेगा हेल्थ कैम्प का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर्स से चर्चा की और मरीजों के हाल-चाल जाने। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से चर्चा करते हुए कहा कि कैम्प में आने वाले मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के उपरांत गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कर इलाज कराना सुनिश्चित करने के लिए कहा। हेल्थ कैम्प में अस्थि रोग, कैंसर रोग, हृदय रोग, मूत्र रोग, न्यूरोलॉजी, मेडिसिन विभाग, सर्जरी, स्त्री रोग, नेत्र रोग, शिशु रोग, चर्म रोग, मनोरोग, कान, नाक एवं गला, फिजियोथैरेपिस्ट शामिल हुए और मरीजों को चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया। मुख्यमंत्री मेगा हेल्थ कैम्प में कुल 4123 मरीजों, आयुष के 1490 मरीजों ने उपचार कराया। इस कैम्प में 3825 मरीजों को दवाओं का वितरण किया गया। कैम्प में 209 मरीजों की सोनोग्रॉफी, 20 मरीजों का एक्स-रे, 1425 मरीजों के आंखों की जांच, 832 गाइनिक, 127 दांतों के मरीजों, 20 न्यूरोलॉजी के मरीजों, 12 कार्डियालॉजी के मरीजों तथा 28 पुलमोनरी से संबंधित मरीजों का उपचार तथा चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया गया। गाँधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद राय, ख़ुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय से डॉ. राजेंद्र मेश्राम, भैरूंदा सीबीएमओ डॉ. मनीष सारस्वत सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। चकल्दी में 81 करोड़, गोपालपुर में 52 करोड़ के कार्यों का हुआ भूमिपूजन एवं लोकार्पण- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चकल्दी में आयोजित कार्यक्रम में 81 करोड़ 44 लाख 4 हजार रूपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने चकल्दी में 10 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना (रकबा 889 हेक्टेयर सिचाई क्षेत्र) का लोकार्पण किया। इसी तरह करोड़ों की लागत से बनने वाली कई सड़कों का भूमि पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री ने गोपालपुर में एक करोड़ 69 लाख रूपए की लागत से बने नवीन उपकेन्द्र गोपालपुर का लोकार्पण किया। गोपालपुर में 48 लाख रूपए की लागत से शासकीय यूनानी औषधालय के नवीन भवन का निर्माण कार्य, 3 करोड़ 99 लाख रूपए की लागत से गोपालपुर से इटारसी मार्ग, 53 लाख 44 हजार रूपए की लागत से गोपालपुर चौक से बजरंग मंदिर मार्ग के निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। सिंचाई योजना से 661 किसान होंगे लाभान्वित-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चकल्दी में विकास पर्व के तहत आयोजित कार्यक्रम में पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना का लोकार्पण किया गया। जिले की कोलार वृहद परियोजना के अंतर्गत 10 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से बनकर तैयार हुई पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना का निर्माण कार्य वर्ष 2018 में प्रारंभ हुआ था। इस योजना से तीन गांवों पाटतलाई, अमीरगंज एवं पलासपानी के किसानों को सुगमता से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना से तीनो गांवों के 661 किसानों की 889.07 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होंगी। इस योजना के अंतर्गत कोलार परियोजना की दाई मुख्य नहर की आरडी 10.840 किलोमीटर पर एक पम्प हाउस का निर्माण किया गया है। इस पम्प हाउस से पम्पों द्वारा पानी 80 मीटर लिफ्ट किया जाएगा। इन्होंने किया मुख्यमंत्री का स्वागत-
लगभग ढाई दर्जन पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा, कृषि साख सहकारी समितियों, नर्स आर्साेसियेश, स्वच्छतागृही संगठन, मुस्लिम समाज सहित विभिन्न समाजों, सामाजिक संगठनों, सरपंच संघ, व्यापारी संघों, शिक्षक संघ, संविदा कर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ, रोजगार सहायक संघ, लाडली बहना सेना सहित विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।