यातायात नियमों का किया उल्लघंन तो हो जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त

सीहोर में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित, कलेक्टर-एसपी ने दिए सख्त कदम उठाने के निर्देश

सीहोर। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर प्रवीण सिंह एवं एसपी मयंक अवस्थी ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में यातायात को सुगम बनाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही करने तथा उनके ड्रायविंग लायसेंस निलंबन का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कुबेरेश्वर धाम में आगामी माह में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए बेहतर व्यवस्थाए सुनिश्चित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने की कार्यवाही एवं रेक्टीफिकेशन की कार्यवाही निरंतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिमाह विश्लेषण कर सड़क दुर्घटनाओं की जानकारी सड़क सुरक्षा की मीटिंग में उपलब्ध कराएं। वाहनों की ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए हाईवे के टोल नाकों के पास स्पीड राडार गन द्वारा वाहनों पर कार्यवाही की जाए।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने रोड निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे जिले में सभी प्रकार की सड़कों का सर्वे कर यह सुनिश्चित करें कि सभी सड़कों पर संकेतक, पुल एवं पुलिया क्षतिग्रस्त न हो। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मदद करने वाले व्यक्तियों को पुरस्कृत करने के लिए समिति को तुरंत प्रस्ताव भेजे, ताकि नेक व्यक्तियों को शीघ्र पुरस्कृत किया जा सके। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों की आंखों की जांच के लिए नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित कर सभी वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण किया जाए। शहर में अतिक्रमण वाले स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए, ताकि ट्रैफिक संचालन में बाधा न हो। बैठक में एसपी श्री अवस्थी ने वाहनों की नियमित जांच करने और कार्रवाई करने के आरटीओ तथा यातायात पुलिस को निर्देश दिए। उन्होंने कुबेरेश्वर धाम में सुगम यातायात का प्लान बनाने के लिए भी कहा। बैठक के एजेंडे के बारे में जिला परिवहन अधिकारी रितेश कुमार तिवारी ने विस्तार से जानकारी दी।
दुर्घटना में जान बचाने वालों को मिलेगा पुरस्कार-
भारत सरकार के भू-तल परिवहन मंत्रालय द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने तथा दुर्घटना होने पर घायलों की जान बचाने तथा शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए गुड सेमेरिटन (नेक व्यक्ति) योजना संचालित की जा रही है। दुर्घटना में घायल होने के बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति से पुलिस द्वारा पूछताछ नहीं की जाएगी। जान बचाने पर संबंधित व्यक्ति को पांच हजार रुपए का पुरस्कार कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति के निर्णय के पश्चात दिया जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में घयलों की जान बचाने वाले व्यक्ति का नाम समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि आवश्यक कार्यवाही की जा सके।

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