सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोेर जिले के सहकारी समिति (पैक्स) कर्मचारी वर्षों से अपनी लंबित मांगों को पूरा करने के लिए आश्वासन के भरोसे काम करते रहे। इस बार भी उन्हें आश्वासन मिला था, लेकिन पूरा नहीं हुआ तो अब इन कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। सहकारी समितियों के कर्मचारियोें की हड़ताल से जहां किसानों से जुड़े हुए कार्य प्रभावित होंगे तोे वहीं कई अन्य कामों पर भी इसका असर पड़ेगा। दरअसल मध्यप्रदेश सहकारी संस्थाएं कर्मचारी महासंघ मध्यप्रदेश के बैनर तले सीहोेर जिले सहित रेहटी तहसील के कर्मचारियोें ने 11 अगस्त को एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया एवं खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह कोे लिखा था। इसमें मांग की गई थी कि प्रभारी संस्था प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, लिपिक, विक्रेता, कम्प्यूटर ऑपरेटर, कनिष्ठ विक्रेता, भृत्य एवं चौकीदार के वेतनमान विसंगति को दूर करते हुए कर्मचारियोें की महापंचायत की तारीख तय हो। साथ ही जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 60 प्रतिशत केडर भर्ती के आदेश जारी कर कर्मचारियोें को इसका लाभ दिया जाए। कर्मचारियोें द्वारा दिए गए पत्र में 15 अगस्त तक का समय तय किया गया था, लेकिन प्रशासन एवं सरकार की तरफ सेे कोई पहल नहीं हुई तोे सीहोर जिले सहित रेहटी तहसील के सहकारी समिति (पैक्स) कर्मचारियोें ने हड़ताल शुरू कर दी। रेहटी तहसील मुख्यालय पर सहकारी समितियों के ये कर्मचारी नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे औैर तहसीलदार को मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया। ये कर्मचारी 22 अगस्त तक हड़ताल पर रहेंगे और 22 अगस्त कोे भोेपाल में एकत्रित होकर जंगी प्रदर्शन करेेंगे। मांगों पर अमल नहीं हुआ तो इनकी हड़ताल जारी रहेगी।
शाखा प्रबंधक को भी सौंपा ज्ञापन-