
सीहोर। सीहोर जिले में कानून व्यवस्था सहित अवैध गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला लगातार सख्ती कर रहे हैं, लेकिन फिर भी अवैध कार्यों में लिप्त लोग पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं। अब ऐसा ही नकली नोटों के कारोबार का मामला सामने आया है। यह कारोबार सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के भैरूंदा से संचालित हो रहा है। इसका खुलासा इंदौर की लसूड़िया पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी शुभम रजक से पूछताछ में हुआ है। लसूड़िया पुलिस ने शुभम रजक को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो उसने महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से नकली नोट लेना बताया। इसके बाद जब पुलिस की टीम महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा को पकड़ने के लिए जोधपुर पहुंची तो वहां से पता चला कि वह तो नसरूल्लागंज (भैरूंदा) में रहता है। इसके बाद एक पुलिस टीम भैरूंदा पहुंची और यहां से मोहित बेड़ा को लेकर इंदौर गई। अब उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से कई अहम सुराग मिलेंगे। गौरतलब है कि बुधनी विधानसभा में लगातार कई अवैध गतिविधियों को लेकर मामले सामने आ रहे हैं। अवैध शराब, जुआ, सट्टा, गांजा, हथियार, रेत खनन सहित कई अन्य अवैध गतिविधियां जमकर चल रही हैं। हालांकि पुलिस भी इन पर लगाम कसने के लिए कार्रवाई कर रही है, लेकिन इसके बाद भी इन अवैध कार्यों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह अवैध गतिविधियों एवं इनको चलाने वाले भी पुलिस के लिए चुनौती बन गए हैं।
बुधनी विधानसभा बना अवैध कार्यों का गढ़-
बुधनी विधानसभा में अवैध गतिविधियां संचालित करना बेहद आसान है। यही कारण है कि अवैध कार्यों में लिप्त लोगों ने इसे अपना गढ़ बना रखा है। पिछले दिनों बुधनी विधानसभा के कई गांवों से अवैध हथियारों की सप्लाई करने वालों को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके अलावा बुधनी विधानसभा में जुआं, सट्टा, डंडी का खेल भी जमकर फलफूल रहा है। अवैध शराब, गांजा सहित अन्य मादक पदार्थों की बिक्री भी गांव-गांव में हो रही है। अवैध उत्खनन तो यहां पर जगजाहिर है। इसके अलावा अवैध मिट्टी, मुरम का कारोबार भी जमकर संचालित हो रहा है। सरकारी जमीन, जंगल क्षेत्र से लगातार मुरम, कोपरा निकालकर अवैध कारोबारियों द्वारा मोटा माल कमाया जा रहा है। इतना सब होने के बाद भी जिम्मेदारों ने आंखें मूंद ली है। यदि सख्ती से कार्रवाई हो तो निश्चित रूप से इन अवैध कारोबारियों एवं इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगे।
दुकान की आड़ में चला रहा था नकली नोटों का कारोबार –