जाली चोर पकड़ाए, लेकिन वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल!

रेहटी पुलिस ने किया चोरों को गिरफ्तार, लोहे की जाली के 100 बंडल भी जप्त

सीहोर। जिले की रेहटी तहसील के वन कक्ष क्रमांक 518 बीट ग्राम खजूरी के जंगलों में सुरक्षा के लिए रखी हुई लोहे की जाली चोरी हो गई। जाली चोरी के बाद बिकने के लिए भी कवाड़ी की दुकान तक पहुंच गई, लेकिन जाली बिक पाती उससे पहले ही मामला सामने आ गया। इसके बाद इस मामले में ताबड़तोड़ तरीके से रेहटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने भी जाली चोरी करने वाले चोरों को पकड़कर उनके पास से करीब 2 लाख रूपए मूल्य की जाली के 100 बंडल भी जप्त किए हैं। इस जाली चोरी की घटना के बाद वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। वन विभाग लकड़ी चोरी की घटनाओं पर लगाम नहीं लगा पा रहा है, लेकिन वनों की सुरक्षा के लिए रखी हुई जालियों को भी सुरक्षित नहीं रख पा रहा है। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि जाली चोरी मामले में विभाग के कर्मचारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। यदि मामला उजागर नहीं होता तो जाली रफा-दफा कर दी जाती। रेहटी पुलिस ने चोरी गई वन विभाग की जाली को लेकर तत्परता दिखाई और चोरों को पकड़कर जेल भिजवा दिया।
जानकारी के अनुसार फरियादी रघुवीर सिंह पंवार पिता अजब सिंह पंवार उम्र 32 साल निवासी बीट खजूरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि बीट खजूरी के कक्ष क्रमांक 518 में रखी लोहे की जाली जो लगभग 100 बंडल थी। वह जाली 3-4 अप्रैल 25 की दरमियानी रात्रि में कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। जाली की कीमत लगभग 2 लाख रूपए थी। इस मामले में रेहटी थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 172/2025 धारा 303(2) बीएनएस का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। जाली चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के निर्देश, एएसपी सुनीता रावत, एसडीओपी बुधनी रवि शर्मा के मार्गदर्शन एवं रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। चोरों को पकड़ने के लिए मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया। इसके बाद पुलिस जांच में संदेह के आधार पर प्रदीप पिता भगवान सिंह मसराम उम्र 24 साल निवासी चकल्दी एवं शांतिलाल पिता चुन्नीलाल उम्र 27 साल निवासी चकल्दी से पूछताछ करने पर घटना दिनांक को अपने साथी बाबर पिता अजीज खां निवासी चकल्दी के साथ मिलकर ग्राम खजूरी वन कक्ष क्रमांक 518 बीट से लोहे की जाली 100 बंडल मिनी ट्रक क्रमांक एमपी04जेडक्यू0359 से चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने चोरों से चोरी गई लोहे की जाली के 100 बंडल कीमत लगभग 2 लाख रूपए एवं घटना में प्रयुक्त मिनी ट्रक को जप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अभी एक आऱोपी बाबर पिता अजीज खां निवासी चकल्दी फरार है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रेहटी निरीक्षक राजेश कहारे, टीम प्रभारी उनि महेश सिंह धुर्वे, श्यामलाल वर्मा, जयनारायण, लवकेश जाट, जितेन्द्र गौर, विकास नागर, रामूलाल उइके, आमीन शाह, मनीषा, नगर रक्षा समिति नीतेश रघुवंशी की सराहनीय भूमिका रही।
चोरी पर उठ रहे सवाल-
वन विभाग में वनों की सुरक्षा के लिए लगने वाली जालियों की चोरी के बाद से वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। एक तरफ वनों की अवैध कटाई जोरों पर चल रही है। वन विभाग इस अवैध कटाई पर अंकुश लगाने में अब तक नाकाम ही साबित हुआ है। रातभर अवैध वन माफिया वनों की कटाई करके लकड़ी चोरी को अंजाम देने में जुटा हुआ है, लेकिन विभाग इन पर अंकुश नहीं लगा सका। अब वनों की सुरक्षा के लिए लगने वाली जालियों की ही चोरी हो गई। सूत्र बताते हैं कि यह चोरी की घटना बिना सिस्टम की मिलीभगत के नहीं हो सकती है। यदि इस मामले की तह तक पहंुचे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। फिलहाल रेहटी पुलिस ने जाली चोरों को पकड़ लिया है, लेकिन यदि इनसे सख्ती से पूछताछ की जाए तो सही स्थिति सामने आ सकती है। इस मामले में वन विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

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