सीहोर। विधानसभा चुनाव को लेकर इस समय चुनाव प्रचार-प्रसार जोरों पर है। प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सीहोर जिले एवं प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट बुधनी में भी चुनावी माहौल चरम पर पहुंच गया है। भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोेंक दी है तोे वहीं यहां पर समाजवादी पार्टी की साइकिल पंचर होती नजर आ रही है।
सभी बुआएं और बहनें अपने लाडले भइया को आशीर्वाद दें: कार्तिकेय सिंह चौहान
भाजपा प्रत्याशी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए पूरा ’शिव परिवार’ मोर्चेे पर डटा हुआ है। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह, बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान, कुणाल चौहान सहित पूरी भाजपा इस समय चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। मंगलवार को भी ’शिव परिवार’ रेहटी, बुधनी, भैरूंदा सहित गांव-गांव में जनसंपर्क के लिए जुटा रहा। भाजपा सलकनपुर मंडल के तहत आने वाले गांव इटारसी, जहाजपुरा, माथनी सहित कई अन्य गांवों में पहुंचकर जनसंपर्क किया गया तो वहीं आदिवासी गांव गोरखपुर सहित कई अन्य गांवों में भी ’शिव परिवार’ जनसंपर्क के लिए पहुंचा। इस दौरान कई नुक्कड़ सभाएं भी हुईं। इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान के पुत्र एवं युवा नेता कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि भाईदूज का पर्व है। भाईदूज के अवसर पर सभी बुआएं और बहनें अपने लाडले भइया शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद प्रदान करें। सभी अपना वेशकीमती वोट भाजपा को दें, ताकि फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार बने और सबको लाड़ली बहना योजना का लाभ मिलता रहे। उन्होेंने कहा कि भाजपा सरकार में कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गईं। इन योजनाओं का लाभ गरीबों, किसानों, महिलाओें, युवाओें सहित हर वर्ग के लोगों को दिया गया। आगे भी इन योजनाओं का लाभ मिलता रहेगा, लेकिन यह सब भाजपा सरकार में ही संभव है, क्योंकि कांग्रेस की सरकार तो योजनाओें को बंद कर देती है। 2018 में 15 माह के लिए कांग्रेस की सरकार आई थी तो उन्होंने योजनाओें को ही बंद कर दिया। ऐसी स्थिति अब नहीं बननी चाहिए। इस दौरान मुुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह ने भी संबोेधित किया।
कांग्रेस, कमलनाथ और मैं घोषणावीर नहीं, हम तो वचनबद्ध हैं: विक्रम मस्ताल शर्मा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा की कथनी-करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। वे जो घोषणाएं करते हैं वे कभी पूरी नहीं होती है। 25 हजार से अधिक घोषणाएं हुईं हैं, लेकिन पूरी अब तक एक भी नहीं हुई है। उनकी चुनाव के समय घोषणाएं होती हैं और चुनाव जीतने के बाद वे घोषणाओं को भूल भी जाते हैं। उनका तो नाम ही घोषणावीर हो गया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और मैं घोषणावीर नहीं है, हम तो वचनबद्ध हैं। जो वचन देते हैं उसे हर हाल में पूरा भी करते हैं। इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सहित बुधनी विधानसभा के लोगों को वचन दिया है और कांग्रेस सरकार बनने पर हर वचन को पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूरा भी किया जाएगा। ये बातें बुधनी विधानसभा क्षेत्र सेे कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मस्ताल शर्मा ’हनुमानजी’ ने कही है। वे मंगलवार को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में जनसंपर्क कर रहे थे। उन्होंने पंडाडोह, देवगांव, पीलीकरार, तालपुरा, बुधनी के वार्ड क्रमांक 3,4,7,8,9,10,11,12,13,14 सहित लाड़कुई, धन्नास, खरसानिया, छिदगांव मोजी, जोगला, वासुदेव, गिलहरि, इटावा, इटारसी सहित कई अन्य गांवों का दौरा किया। इस दौरान जगह-जगह विक्रम मस्ताल शर्मा का फूलमाला पहनाकर स्वागत, सत्कार किया गया। इस अवसर पर उन्होंने बुजुर्गों, माताओें, बहनों से आशीर्वाद प्राप्त किया एवं उनसे कांग्रेस पार्टी के लिए आशीर्वाद भी मांगा।
अखिलेश यादव से भी हुआ आमना-सामना-
मंगलवार को बुधनी में जहां कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मस्ताल शर्मा जनसंपर्क कर रहे थे तोे वहीं बुधनी में ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मिर्ची बाबा के लिए सभा करने अखिलेश यादव भी पहुंचे थे। इस दौरान अखिलेश यादव और विक्रम मस्ताल शर्मा का आमना-सामना भी हो गया। दोनों नेताओं ने आपस में मेल-मुलाकात की, हाथ मिलाया एवं एक-दूसरे से कुशलक्षेम भी पूछी। इसके बाद दोनों अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
मिर्ची बाबा के लिए अखिलेश यादव पहुंचे बुधनी, लेकिन नहीं कर पाए सभा-
बुधनी विधानसभा मेें समाजवादी पार्टी ने महामंडलेश्वर वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। मिर्ची बाबा लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं, लेकिन मंगलवार को यहां पर सपा की साइकिल पंचर होती नजर आई। दरअसल मिर्ची बाबा के लिए बुधनी मेें चुनावी सभा को संबोेधित करने के लिए अखिलेश यादव पहुंचे। उनकी सभा दोपहर को करीब 12 बजे बुधनी स्थित थाना ग्राउंड पर रखी गई थी। अखिलेश यादव तय समय से कुछ देरी पर पहुंचे। वे हेलीकाप्टर से बुधनी पहुंचे थे, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मिर्ची बाबा बुधनी विधानसभा में अपना जादू नहीं चला सके। सभा के लिए वे भीड़ नहीं जुटा पाए। यहां पहुंचे अखिलेश यादव की सभा भी इसी कारण से निरस्त कर दी गई। बाद में अखिलेश यादव ने नर्मदा घाट पहुंचकर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की और मीडिया से मुखाबित होने के बाद वे हेलीकाप्टर से वापस रवाना भी हो गए। यहां बता दें कि मिर्ची बाबा बुधनी विधानसभा में विवादों में भी घिरते नजर आ रहे हैं। पिछले दिनोें उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वे यहां पर साड़ी बांटते नजर आ रहे हैं। उनका प्रचार-प्रसार भी सिर्फ बुधनी तक ही सिमटकर रह गया है। वे बुधनी विधानसभा के भैरूंदा, रेहटी तक नहीं पहुंच सकें हैं। उनके साथ न तो सपा नेता और न ही कार्यकर्ताओं की टीम दिख रही है। मिर्ची बाबा अकेले-थकेले दिखाई दे रहे हैं।