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नेशनल हाईवे के लिए जमीन अधिग्रहण सेे किसान नाखुश, सौंपा ज्ञापन

- बुदनी से संदलपुर तक जाने वालेे नेशनल हाईवे को लेकर किसानोें ने उठाई आपत्ति, दिया जा रहा है कम मुुआवजा

रेहटी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से बुधनी से संदलपुर तक निकले राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। इस जमीन का किसानों को मुआवजा भी दे दिया गया है, लेकिन मुआवजा देने में किसानोें के साथ एकरूपता नहीं दिखाई गई। कई किसानों की जमीनों का अच्छा मुआवजा दिया गया तो वहीं कई किसानों कोे बेहद कम मुआवजा मिला है। अब अधिकारी भी मनमानी से जमीन अधिग्रहण कर रहे हैैं, जबकि किसानोें ने इस समय मूंग की फसल लगा दी है। इन्हीं कई समस्याओं को लेकर रेहटी तहसील के 50 से अधिक गांवों के सैकड़ों किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया एवं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कलेक्टर के नाम तहसीलदार जयपाल शाह उइके को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानोें ने मांग की है कि बुदनी से संदलपुर तक निकले नेशनल हाईवे क्रमांक 146 बी में कई गांवों के किसानोें कोे तोे मुआवजा की राशि 7 लाख रूपए हेक्टेयर के हिसाब से दी गई है तोे वहीं कई जगह 30 लाख रूपए हेक्टेयर का मुआवजा दिया गया है। किसानोें की मांग है कि मुआवजा की राशि एक जैसी दी जाए। किसानोें की जमीनें पानी वाली है, लेकिन उन्हें असिंचित दिखा दिया गया है। अधिग्रहण एवं गजट नोटिफिकेेशन से पहले किसानोें ने 9-5-2022 को अपनी लिखित आपत्तियां भू-अर्जन अधिकारी बुदनी के समक्ष प्रस्तुत कर वास्तवित तथ्यों से अवगत कराते हुए आपत्ति के निराकरण के बाद ही भूमि अर्जित किए जानेे का अनुरोध किया था, लेकिन उनकी आपत्ति सुने बिना ही जमीन अधिग्रहित की जा रही है। इसकेे अलावा किसानों ने अब मूंग की फसल की बोवनी कर दी है, लेकिन अधिकारी कह रहे हैं कि उनकी फसलों कोे नष्ट कर दिया जाएगा।
नहीं दिया 60 दिनोें पूर्व अवधि का सूचना पत्र-
किसानोें ने ज्ञापन मेें आरोप लगाया है कि अधिग्रहित भूमि का कब्जा लिए जानेे से पहलेे 60 दिनों पहले की अवधि का सूचना पत्र भी किसानोें कोे दिया जाना चाहिए था, लेकिन वह सूचना पत्र भी किसानों कोे नहीं दिया गया। अब प्रशासनिक अधिकारी बलपूर्वक खड़ी फसल को नष्ट कर कब्जा कर रहे हैैं। ज्ञापन में यह भी कहा गया हैै कि किसानोें की जमीन की गाईड लाइन का आधार बनाए जानेे केे स्थान पर भूमि का भौैतिक सत्यापन किए जाने तथा अधिकतम गाइड लाइन वैल्यू वाले ग्राम से लगे ग्राम की वैल्यू को समान वैल्यू मानकर ही भूमि का मूल्य निर्धारित कर मुआवजे का आंकलन किया जाना चाहिए, तब ही किसानों को उनकी जमीन का वास्तविक मूल्य प्राप्त होे पाएगा। इसी तरह की कई अन्य समस्याओें केे निराकरण को लेकर ग्राम खडली, ककरदा, नयागांव, मकोेड़िया, इटारसी, पान गुराड़िया दीपाखेड़ा सहित 50 से अधिक ग्रामों के किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा एवं तहसीलदार से मांग की कि उनकी मांगों का निराकरण शीघ्र किया जाए।
5 जगह से निकाला गया है बाईपास-
बुदनी सेे संदलपुर तक बनने वाले नेशनल हाईवेे क्रमांक 146बी में पांच शहरों से बाईपास निकाला गया है। इसके लिए किसानोें की जमीनों का अधिग्रहण किया गया है। इसकेे अलावा वर्तमान हाईवे के किनारे लगी किसाानों की जमीन को भी अधिग्रहित किया गया है। नसरूल्लागंज, सतराना, रेहटी, सलकनपुर से बाईपास निकाला जाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में किसानोें की जमीनोें का अधिग्रहण किया गया है।

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