
सीहोर। जिले के बुदनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बोरखेड़ा में नेशनल हाईवे निर्माण कार्य के दौरान उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब ठेकेदार द्वारा प्रशासन की मौजूदगी में किसानों की खड़ी फसल पर जेसीबी चला दी गई। इस कार्रवाई से आक्रोशित किसानों ने मौके पर ही काम रुकवा दिया और जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि उन्हें जमीन अधिग्रहण का उचित मुआवजा दिए बिना ही उनकी बोई हुई फसल को नष्ट कर दिया गया। किसानों ने बताया कि गांव के करीब 70 प्रतिशत किसानों को अब तक उनकी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिला है, जिन्हें मुआवजा मिला भी है उन्हें केवल जमीन का पैसा दिया गया है, लेकिन खड़ी फसल की क्षतिपूर्ति राशि नहीं दी गई।
किसानों ने दी चेतावनी
किसानों ने चेतावनी दी कि उनकी फसल ही उनके घर का खर्च चलाती है और जब तक उनकी बोई गई फसल का उचित मुआवजा उन्हें नहीं मिल जाता, तब तक वे किसी भी कीमत पर निर्माण कार्य को आगे नहीं बढऩे देंगे। इधर किसानों के विरोध के बाद मौके पर मौजूद राजस्व अधिकारी सुधीर कुशवाहा ने किसानों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में मुआवजा राशि जमा की जा रही है। जिन किसानों को अभी राशि नहीं मिली है, वे तत्काल कार्यालय में संपर्क करें। इधर अधिकारी के इस बयान से किसान संतुष्ट नहीं हुए। किसानों का कहना है कि वे अपनी मेहनत की उपज को मिटने नहीं देंगे और उनका प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें उनकी फसल की क्षतिपूर्ति नहीं मिल जाती।