
सीहोर। भोपाल-इंदौर मार्ग पर ग्रीन वैली होटल के पास 13 अक्टूबर की शाम हुई जानलेवा हमले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। जांच में सामने आया कि एक इंजीनियर ने अपने ही दोस्त पर रॉड से हमला इसलिए किया क्योंकि वह उसे फर्जी मार्कशीट के आधार पर ब्लैकमेल कर 15 लाख की मांग कर रहा था और नौकरी से बर्खास्त करवाने की धमकी दे रहा था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 13 अक्टूबर की शाम लगभग 5.30 बजे ग्वालियर निवासी पंजाब सिंह अपने मित्र दिनेश धनगर के साथ अपनी वेन्यू कार से इंदौर जा रहे थे। चौपाल सागर के पास एक मोटरसाइकिल सवार हिम्मत सिंह मीणा ने उन्हें रुकने का इशारा किया। पंजाब सिंह के गाड़ी से नीचे उतरते ही आरोपी ने रॉड से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गए। आरोपी कार की चाबी छीनकर मौके से फरार हो गया था। घायल पंजाब सिंह को तुरंत जिला अस्पताल लाया गया।
आरोपी इंजीनियर गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला के निर्देशानुसार एएसपी सुनीता रावत और नगर पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिनंदना शर्मा के मार्गदर्शन में मंडी थाना प्रभारी सुनील मेहर और कोतवाली थाना प्रभारी रविन्द्र यादव के नेतृत्व में टीमें गठित की गईं। एफएसएल और सायबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपी की पहचान हिम्मत सिंह मीणा निवासी कुरावर के रूप में हुई, जो पेशे से इंजीनियर बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी को कुरावर से हिरासत में लेकर पूछताछ की।
15 लाख की मांग और नौकरी का डर
पूछताछ में आरोपी हिम्मत सिंह मीणा ने स्वीकार किया कि पीडि़त पंजाब सिंह गुर्जर पिछले कुछ महीनों से उसे ब्लैकमेल कर रहा था। ब्लैकमेलर पंजाब सिंह ने हिम्मत सिंह की फर्जी बीएड की मार्कशीट की जानकारी हासिल कर ली थी और उसे नौकरी से बर्खास्त करवा देने की धमकी देकर लगातार 15 लाख की मोटी रकम की मांग कर रहा था। इस ब्लैकमेलिंग से तंग आकर हिम्मत सिंह ने 13 अक्टूबर को भोपाल से पंजाब सिंह की गाड़ी का पीछा किया और मौका देखकर उस पर रॉड से जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस ने आरोपी इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया है और हमले में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और रॉड जब्त कर ली है।