पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहुंचे सलकनपुर, किए दर्शन, मांगा आशीर्वाद

रेहटी। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीहोर जिले के प्रसिद्ध मां विजासन धाम सलकनपुर पहुंचकर मां विजासन के दर्शन किए एवं उनसे आशीर्वाद मांगा। इससे पहले सलकनपुर मंदिर समिति के अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने उनकी अगवानी की एवं उनका स्वागत, सत्कार किया। इस दौरान दिग्विजय सिंह कोे देवीलोक में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों की जानकारी भी दी गई। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बुधनी विधानसभा के आदिवासी गांव लावापानी पहुंचे थे। यहां पर वे संत तुकाराम बाबा के जयंती समारोह कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संत तुकाराम बाबा की समाधि के दर्शन किए एवं स्थल पर ही उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया। संत तुकाराम बाबा के समाधि स्थल पर पहुंचे दिग्गी राजा का ढोल बजाकर, फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की तो वही प्रदेश एवं केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला भी बोला। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में आदिवासियों के साथ अत्याचार के अलावा कुछ नहीं हुआ। आज भी आदिवासी गरीब ही हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र सिंह उईके को ईमानदार बताते हुए कहा कि वे भाजपा के एक करोड़ के लालच में नहीं आए और उन्होंने अपनी ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा दिखाई। एक तरफ राजा-महाराजा करोड़ों में बिक गए, लेकिन जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र सिंह उइके एक करोड़ के लालच में भी नहीं आए। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं सीएम शिवराज सिंह कांग्रेस से इतना डरे हुए हैं कि उन्होंने अगले दिन खुद का कार्यक्रम पास के ही गांव चकल्दी में रख लिया। उन्होंने कहा कि यदि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी नहीं की तोे भाजपा 55 सीटोें पर सिमटकर रह जाएगी। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल सहित हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए अभिनेता विक्रम मस्ताल शर्मा, अर्जुन शर्मा निक्की, जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत, कमलेश पटेल, मलखान सिंह चंद्रवंशी, राम रघुवंशी, संतोेष पटेेल, युवा नेता दुष्यंत मालवीय सहित के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर रहे नदारद-
चुनावी वर्ष में भी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. बलवीर सिंह तोमर की निष्क्रियता लगातार बनी हुई है। एक तरफ पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अन्य वरिष्ठ नेता कांग्रेस संगठन को गति देने के लिए लगातार दौरा कार्यक्रम कर रहे हैं। बैठकें ले रहे हैं, लेकिन कांग्रेस केे सीहोर जिलाध्यक्ष अपनी मनमर्जी से ही जिला कांग्रेस को संचालित कर रहे हैं। पार्टी वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री के सीहोर जिले के दौरे पर भी उन्होंने आना उचित नहीं समझा। यहां बता दें कि डॉ. बलवीर सिंह तोेमर को लेकर कांग्रेस में लगातार विरोध किया जा रहा है। कई बार उनको हटाने के लिए शिकायतें की गईं हैं। अल्पसंख्यक वर्ग ने भी सार्वजनिक रूप से डॉ. बलवीर सिंह तोेमर को हटाने के लिए संकल्प पत्र पारित कर दिया, लेकिन इसके बाद भी उन्हें पद से नहीं हटाया जा रहा है।