
रेहटी। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री साध्वी उमा भारती ने मंगलवार को देर शाम सलकनपुर पहुंचकर मां बिजासन देवी के शिखर दर्शन किए। चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद उन्होंने रात को पहले सलकनपुर में स्थित शिव मंदिर की पूजा-अर्चना की। वे रात को शिव मंदिर के पास ही रहीं। इस दौरान पुलिस, प्रशासन के अधिकारी सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी भी वहीं मौजूद रहे। चंद्रग्रहण के बाद सलकनपुर मंदिर में पूजा आरती हुई और 8 बजे पट बंद हो गए। इसके कारण साध्वी उमाभारती मां बिजासन के दर्शन नहीं कर सकी। वे रातभर सलकनपुर में ही रही और सुबह मां बिजासन के दर्शन किए।
कांग्रेस पर साधा निशाना-
साध्वी उमाभारती ने सलकनपुर में मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश में होने वाले अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव मेें कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा। उनकी 20 सीटें भी नहीं आएंगी। उन्होंने कहा कि अब देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी की योजनाओें एवं उनकी ही स्वीकार्यता है। देश मोेदीमय बन गया है, इसलिए कांग्रेस का तो पूरी तरह सूपड़ा साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कई लोग उन्हें दीदी, मौसी, बुआ सहित कई संबोेधनों से बुलातेे हैं। वे पिछले दिनों विद्यासागरजी महाराज के पास गईं तोे उन्होेंने कहा कि वे दीदी बन जाएं। उसके बाद उन्होंने ट्वीट भी किया था कि अब साध्वी को दीदी के नाम सेे जाना जाए।
पहले चर्चा चली कि धरने पर बैठीं उमाभारती-
उमाभारती मंगलवार को देेर शाम अचानक सलकनपुर पहुंची। इस दौरान मंदिर के पट बंद हो गए थेे। उन्होंने दर्शन करने की इच्छा जाहिर की, लेकिन नहीं हो सके। बाद में चर्चा चल पड़ी कि दर्शन नहीं कराने के कारण उमाभारती रातभर शिव मंदिर पर धरने पर बैठीं रहीं। उन्होंने वहां पर रातभर शिव आराधना भी की। इस दौरान प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियोें सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। हालांकि बाद में धरने की खबर झूठी निकली। इसकी पुष्टि खुद उमाभारती ने भी की। उन्होंने मीडिया सेे चर्चा मेें कहा कि चंद्रग्रहण के बाद उनकी इच्छा हुई कि सलकनपुर पहुंचकर मातारानी के दर्शन करूं, लेकिन देर से पहुंचने पर पट बंद हो गए थेे। इसके बाद उन्होंने ही इच्छा जाहिर की कि वे रातभर यहीं पर रूकेें। उमाभारती ने यह भी कहा कि उन्होंने मंदिर समिति केे अध्यक्ष महेश उपाध्याय से कहा है कि वे उनकी एक कुटिया यहीं पर बनवा दें। इसके बाद उमाभारती सलकनपुर से रवाना हो गईं। सलकनपुर मंदिर समिति के सचिव आरके दुबे ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शाम को सलकनपुर पहुंची थी। चंद्रग्रहण के कारण मंदिर के पट बंद थे। उन्होंने ही इच्छा जताई थी कि वे रात को शिव मंदिर में रुककर पूजा-पाठ करेंगी। इसके बाद वे रातभर वहीं रहीं और पूजा-अर्चना की। सुबह उन्होंने मां बिजासन के दर्शन किए।