चार दोस्तो ने स्वयं की राशि से कुबेरेश्वरधाम पर महोत्सव को लेकर एक ट्रक अन्न सामग्री का किया सहयोग

सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आगामी 16 फरवरी से होने वाले सात दिवसीय ऐतिहासिक रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर तैयारियां जारी है, क्षेत्रवासी तो इस भव्य कार्य में सहयोग कर रहे है, वहीं बुधवार को महाराष्ट्र के चार युवा दोस्तों ने आपस में राशि शेयर कर करीब साढ़े तीन लाख रुपए का गेहूं, चावल, तेल, नमक, शक्कर, गुड आदि एक ट्रक में भरकर स्वयं लाकर विठलेश सेवा समिति के पदाधिकारियों को सौंपा है। समिति के पंडित विनय मिश्रा सहित अन्य ने महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं को अन्नदान सहित अन्य सामग्री का सहयोग प्रदान करने वाले युवाओं अंकित सोनी, राहुल सोनार, दीपक अग्रवाल और हितेश धाकड़ का सम्मान किया। वहीं बुधवार को धाम पर जया एकादशी के पावन अवसर पर सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया गया। यहां पर सुबह आरती की गई। पंडित विनय मिश्रा ने बताया कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है। जया एकादशी व्रत को भीष्म एकादशी या भूमि एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। पद्म पुराण में बताया गया है कि इस एकादशी के व्रत से अमोघ फल की प्राप्ति होती है और सभी पाप धुल जाते हैं। इस व्रत में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि प्राप्ति होती है और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। माघ माह की इस एकादशी के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान पुण्य करने से बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने  बताया कि आगामी भव्य महोत्सव भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा किया जा रहा है। इस आयोजन के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। कथा के लिए 300 बाय 600 फीट का डोम तैयार किया जा रहा है। प्रारंभिक अनुमान के आधार पर करीब 2 लाख श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। यदि इससे अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं तो और भी पंडाल लगाए जाएंगे ताकि किसी को भी खुले आसमान के नीचे बैठकर कथा सुनने को मजबूर न होना पड़े। उन्होंने बताया कि फरवरी में ही डोम और पंडाल का काम पूरा कर लिया जाएगा। आयोजन स्थल पर ऐसी तैयारियां की जा रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न उठाना पड़े। चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में स्थित कार्यक्रम स्थल तक के रास्ते पर सभी आवश्यक व्यवस्था करने के लिए एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जा चुके है। वहीं कार्यक्रम स्थल पर भी चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए अधिकारियों को कहा गया। उन्होंने बताया कि इस साल लाखों की संख्या में श्रद्धाल भव्य महोत्सव में शामिल होंगे। जिसको लेकर प्रशासन व्यवस्था बना रहा है। लाखों श्रद्धालुओं के ठहरने आदि की व्यवस्था के अलावा रुद्राक्ष वितरण को लेकर चार दर्जन से अधिक काउंटरों के माध्यम से 24 घंटे सात दिनों तक वितरण किया जाएगा, वहीं आने वाले श्रद्धालुओं के पार्किंग की व्यवस्था, शौचालय आदि की व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। गत दिनों भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के मार्गदर्शन में पांच दर्जन से अधिक सामाजिक संगठनों के अलावा शहर और ग्रामीणजनों से कार्यक्रम को लेकर सुझाव आदि लिए गए थे।