मूंग खरीदी के साथ ’धांधली’ का भी श्रीगणेश, राजस्व अमले की सक्रियता से पकड़ाया ट्रक
- व्यापारियों द्वारा खरीदे गए औने-पौने दाम के मूंग को अब समर्थन मूल्य पर बेचने की कवायद

सीहोर। जिले में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के साथ इसमें होने वाली बड़े पैमाने की धांधली का भी श्रीगणेश हो गया है। हालांकि इस बार गड़बड़ी होने से पहले ही राजस्व विभाग की टीम ने उसे उजागर कर दिया। यदि समय रहते राजस्व विभाग का अमला यह कार्रवाई नहीं करता तो मूंग से भरा ट्रक गोदाम में खाली हो जाता है फिर इस मूंग को समर्थन मूल्य पर बेचकर मोटा लाभ कमाया जाता। यह धांधली मूंग खरीदी में हर वर्ष होती है। दरअसल मंडियों में किसानों से व्यापारियों द्वारा औने-पौने दामों पर मूंग की खरीदी कर ली जाती है और फिर इस मूंग को मिलावट करके इसे समर्थन मूल्य पर बेच दिया जाता है। इससे व्यापारियों को भी भारी लाभ होता है तो वहीं समिति एवं वेयर हाउस के संचालक, प्रबंधक भी इससे लाभ कमाते हैं। हालांकि इस बार यह मूंग ठिकाने लगने से पहले ही पकड़ा गया। मामला सीहोर जिले की भैरूंदा तहसील का है, जहां पर राजस्व विभाग की टीम ने हरदा के व्यापारी का 900 कट्टी मूंग से भरा ट्रक भैरूंदा तहसील के श्यामपुर में किसान कपिल जाट के घर से बरामद किया है।
समर्थन मूल्य पर बेचने की फिराक में था व्यापारी-
हरदा जिले के व्यापारी ने ट्रक से मूंग की 900 कट्टियां करीब 450 क्विंटल मूंग ट्रक में भरकर भैरूंदा तहसील के श्यामपुर निवासी कपिल जाट के घर भेजा। किसान इस मूंग को समर्थन मूल्य पर बेचने की जुगाड़ में था और इससे मोटी कमाई भी करता, लेकिन इससे पहले ही राजस्व अमले ने कार्रवाई करते हुए ट्रक सहित मूंग को जप्त कर लिया। बताया जा रहा है कि भैरूंदा तहसील की ग्राम पंचायत श्यामपुर के किसान कपिल जाट पिता जगदीश जाट के घर के टीनशेड से राजस्व अमले ने ट्रक सहित मूंग से भरी करीब 900 कट्टों को जप्त कर कार्रवाई की है। भैरूंदा एसडीएम मदनसिंह रघुवंशी ने बताया कि हरदा जिले से अवैध रूप से समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए ट्रक में भरकर व्यापारी का यह मूंग सीहोर जिले में लाया जा रहा था, जिसे जब्त कर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर बालागुरू के. ने सभी अधिकारियों को जिले में समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए अवैध रूप से अन्य जिलों तथा जिले के व्यापारियों से लाए जाने वाले मूंग को जब्त करने और संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इसकी रोकथाम के लिए चैकिंग की कार्यवाही की जाए, ताकि अन्य जिलों तथा जिले के व्यापारियों का मूंग समर्थन मूल्य पर विक्रय न हो सके।
वेयर हाउसों की हो रही जांच, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति-
सीहोर जिले की भैरूंदा, रेहटी एवं बुधनी तहसील में मूंग की पैदावार ज्यादा होती है। इन तहसीलों में ही सबसे ज्यादा मूंग की खरीदी भी की जाती है। इसके लिए कई वेयर हाउसों में मूंग खरीदी सेंटर बनाए गए हैं। इन सेंटरों की जांच के निर्देश भी कलेक्टर बालागुरू के द्वारा दिए गए हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए जांच की जा रही है। दरअसल मूंग खरीदी में हर वर्ष बड़े पैमाने पर व्यापारियों एवं दलालों द्वारा खरीदे गए मूंग को पहले ही वेयर हाउसों में रखवा दिया जाता है और फिर इस मूंग को किसानों के खातों पर समर्थन मूल्य पर बेच दिया जाता है। इसके बाद किसानों को कुछ कमीशन देकर उनसे पैसा निकलवा लिया जाता है। हर साल इस तरह की धांधली सामने आती है। अब इस बार देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस धांधली पर कैसे रोक लगा पाता है।