मां विजयासन से प्रेरणा मिली और शुरू कर दी देवीलोक महोत्सव की तैयारी: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

- संतोें की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने सपत्नीक रखी देवीलोक की आधारशिला, मां विजयासन के दर्शन करके मांगी प्रदेशवासियोें के लिए सुख-समृद्धि

रेहटी। आज का दिन बेहद खास है। आज मां विजयासन देवीलोक की आधारशिला रखी गई है। आधारशिला भी मठ, मंदिर, शक्तिपीठ और अखाड़ोें के संतों की उपस्थिति मेें रखी गई है। ये सब मां की कृपा और श्रीराम के आशीर्वाद से ही संभव होे पाया है। मां विजयासन ने प्रेरणा दी और शुरू हो गई देवीलोक महोत्सव की तैयारियां। अब 211 करोड़ से अधिक की राशि से देवीलोक को तैयार किया जाएगा। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान नेे कही। वे बुधवार को सीहोर जिले के सलकनपुर धाम स्थित मां विजयासन धाम पर देवीलोक महोेत्सव केे मुख्य आयोजन मेें देवीलोक की आधारशिला रखने के बाद उपस्थित जनसमूह कोे संबोेधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बचपन से ही सलकनपुर से एक अलग लगाव रहा। बचपन में खूब आतेे थेे। उस समय यहां पर उबड़-खाबड़ सीढ़ियां हुआ करती थी, तभी से मन में सपना था कि देवीधाम को विश्व स्तर का बनाना है औैर अब मां विजयासन की प्रेरणा सेे यह संभव भी हो पाया है। उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों के साथ जन-जन को जोड़ने वाली धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देना भी सरकार का उत्तरदायित्व है। अब सलकनपुर धाम को श्रीमहाकाल लोक पर्व की तर्ज पर विकसित किया जाएगा और यहां पर देवीलोक बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देवीलोक के लिए 211 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। पर्यटन विकास निगम द्वारा इसका कार्य शुरू कर दिया गया है। देवीलोेक केे दौरान यहां पर 64 योगिनी, नौ देेवियों की स्थापना भी होगीं। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह एवं पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान केे साथ भोेपाल से सलकनपुर पहुंचे। यहां से वेे सपरिवार दर्शन करने के लिए मां विजयासन के दरबार में पहुंचेे। उन्होंने मां विजयासन के दर्शन किए, पूजन की एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना भी की। इसके बाद उन्होेंने निर्माण कार्य देेखे। फिर वे देवीलोक महोत्सव के लिए आयोजित मुख्य आयोजन मेें शामिल हुए।
महिलाओें का सम्मान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार माता का भव्य देवीलोक उनके ही आशीर्वाद से बनवा रही है। मां का ही आशीर्वाद है जो उनकी सरकार ने बहनों के सम्मान और छोटी-छोटी जरूरतों के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई। उन्होंने नारियों के सम्मान को सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि नारी सशक्तिकरण और सम्मान के लिए लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह सहित अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
रथ में सवार होेकर जनता के बीच सेे पहुंचे-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान एवं उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह कार्यक्र्रम स्थल पहुंचे। यहां पर वे रथ में सवार हुए एवं जनता के बीच में उनसे आशीर्वाद लेते हुए मंच की तरफ बढ़े। इस दौरान उन पर फूलों की वर्षा होती रही। रथ के आगेे-आगे झांज-मंजीरोें के साथ उनकी अगुवानी भी होे रही थी। मुख्यमंत्री पूरे पांडाल में घूमे एवं सबका अभिवादन करतेे हुए मंच तक पहुंचे।
संतों की उपस्थिति में रखी गई आधारशिला-
मुख्यमंत्री ने चरण पादुका पूजन करने के बाद मंच पर पहुंचकर वहां उपस्थित साधु-संतों पर फूलों की वर्षा की एवं उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने सपत्नीक साधु-संतोें का सम्मान किया एवं उनकी उपस्थिति कोे कार्यक्रम की गरिमा बताया। इससे पहलेे सांसद रमाकांत भार्गव सहित अन्य भाजपा नेताओें ने मंच पर उपस्थित संतों को माला पहनाकर मां विजयासन का चित्र भेंट किया।
भजनों की प्रस्तुति ने बांधा समां-
देवीलोक महोत्सव के दौरान प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल द्वारा एक से बढ़कर एक भजनोें की प्रस्तुुति दी गई। इससे कार्यक्रम मेें समां बांध दिया। कन्हैया मित्तल ने भजन की शुरूआत देवी गीत केे साथ की। इसके बाद उन्होेंने कई अन्य भजनोें की प्रस्तुतियां भी दीं।
64 योगिनी, नौ स्वरूप भी दिखेंगे-
मंदिर परिसर में 166 करोड़ रुपए से मंदिर संरचनाओं के साथ ही 64 योगिनी, नवदुर्गा के नौ स्वरूप की प्रतिकृति के साथ ही देवी महात्म, दुर्गा सप्तशती और विभिन्न शक्तिपीठ की आकृतियां निर्माण और श्लोक उकेरे जाएंगे। मंदिर के नीचे श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए 45 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किए जाएंगे।

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