
सीहोर। प्रसिद्ध धारावाहिक रामायण पार्ट.2 में हनुमानजी की भूमिका सहित कई अन्य धारावाहिक, फिल्मों में अभिनय निभाकर, फिर राजनीति में आकर लोकप्रिय हुए कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ‘हनुमानजी’ अब नर्मदा परिक्रमा पर जा रहे हैं।
वे 3 नवंबर को प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर से अपनी पदयात्रा की शुरूआत करेंगे। 3300 किलोमीटर की यह पदयात्रा वे करीब 100 दिनों में पूरी करेंगे। उनके साथ में कई अन्य लोग भी सहयात्री बनेंगे। नर्मदा पदयात्रा से पहले वे ओंकारेश्वर में पूजा अर्चना करेंगे। ‘सीहोर हलचल’ से बात करते हुए विक्रम मस्ताल शर्मा ‘हनुमानजी’ ने बताया कि यह यात्रा पूरी तरह धार्मिक है, लेकिन इसके साथ एक गहरा व्यक्तिगत और भावनात्मक जुड़ाव भी है। उन्होंने बताया कि नर्मदा तट कपिल मुनि, आदि शंकराचार्य, भगवान श्रीराम और कृष्ण का वास स्थान रहा है और मां नर्मदा शिव की पुत्री हैं।
स्वर्गवासी ‘माता-पिता’भी चलेंगे साथ
विक्रम मस्ताल शर्मा ने परिक्रमा के निजी पहलू को साझा करते हुए कहा कि मेरे स्वर्गवासी माता-पिता दोनों की अस्थियां भी नर्मदा नदी में विसर्जित की गई थीं। मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि इस परिक्रमा के दौरान मुझे उनके दर्शन होंगे और प्रणाम करने का अवसर मिलेगा। मुझे प्रतीत हो रहा है कि नर्मदा जी की इस पदयात्रा में मेरे माता-पिता भी मेरे साथ चलेंगे।
जीवनदायिनी नर्मदा के लिए संघर्ष
अपनी इस यात्रा के धार्मिक उद्देश्य के साथ-साथ मस्ताल ने पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को भी प्रमुख बताया। उन्होंने कहा कि नर्मदा जी मध्य प्रदेश की लाइफ लाइप हैं, लेकिन बड़े शहरों की प्यास बुझाने वाली यह नदी अब कंपनियों के दूषित पानी के कारण प्रदूषित हो रही है।
नर्मदा सेवा सेना के प्रदेश संयोजक हैं विक्रम मस्ताल शर्मा
कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल शर्मा, जो कमलनाथ द्वारा गठित नर्मदा सेवा सेना के संयोजक भी हैं। उन्होंने बताया कि इस पदयात्रा का उद्देश्य इस संगठन का और विस्तार करना है, ताकि नर्मदा जी के महत्व और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। गौरतलब है कि विक्रम मस्ताल शर्मा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने चुनाव लड़ा था और अपने पहले चुनाव में ही दिग्गज नेता के सामने 50 हजार से अधिक वोट प्राप्त किए थे। अब 10 लोगों के दल के साथ उनकी यह 3300 किमी की यात्रा 3 नवंबर से शुरू हो रही है।