
सीहोर। रामायण धारावाहिक के लोकप्रिय हनुमान अभिनेता और 2023 में बुदनी विधानसभा चुनाव लडऩे वाले कांग्रेस नेता विक्रम मस्ताल ने राजनीतिक पारी को विराम देते हुए आस्था की पारी की शुरआत की है। जी हां… विक्रम मस्ताल ने तय संकल्प के अनुरूप पूजा अर्चना के साथ पवित्र सलीला मां नर्म परिक्रमा की शुरुआत की है।

अभिनेता विक्रम मस्ताल ने ओंकारेश्वर में पूजा अर्चना के साथ मां नर्मदा परिक्रमा की शुरुआत की है। उनकी यह पदयात्रा मप्र से पहले गुजरात-महाराष्ट्र के क्षेत्र में जाएगी, जिसके बाद पुन: मप्र में प्रवेश करेगी।
उन्होंने ‘सीहोर हलचल’ से बात करते हुए नर्मदा तट की महत्ता बताते हुए कहा कि यह कपिल मुनि, आदि शंकराचार्य, भगवान श्री राम और कृष्ण का वास स्थान रहा है और मां नर्मदा शिव की पुत्री हैं। उनकी 3300 किलोमीटर की परिक्रमा में कई महत्वपूर्ण और रोचक स्थल पड़ेंगे।
परिक्रमा के दौरान पड़ेंगे यह स्थन
नेमावर: जिसे मां नर्मदा का नाभि स्थल माना जाता है।
भेड़ाघाट (जबलपुर): जहां नदी संगमरमर की विशाल चट्टानों के बीच से गुजरती है।
महेश्वर: राजमाता अहिल्याबाई होल्कर द्वारा निर्मित सुंदर घाटों की नगरी।
भरूच (गुजरात): जहां तट परिवर्तन के लिए नर्मदा खम्भात की खाड़ी (समुद्र) में मिलती है।
गर्रुडेश्वर (महाराष्ट्र): भगवान दत्तात्रेय से संबंधित पवित्र स्थल।
सियासत के बाद संरक्षण का संकल्प
मस्ताल ने 2023 विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने चुनाव लड़ा था और 50 हजार से अधिक वोट प्राप्त किए थे। चुनावी पारी के बाद उनका यह कदम धार्मिकता के साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि नर्मदा जी मध्य प्रदेश की ‘लाइफ लाइन’ हैं, लेकिन बड़े शहरों की प्यास बुझाने वाली यह नदी अब कंपनियों के दूषित पानी के कारण प्रदूषित हो रही है। इस यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य कमलनाथ द्वारा गठित ‘नर्मदा सेवा सेना’ संगठन का विस्तार करना है, ताकि जीवनदायिनी नर्मदा की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
				
					


