सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी देश-दुनिया सहित जिलेभर में सावन मास की महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मंगलवार को बड़ी संख्या में शिवलिंगों का निर्माण किया गया। पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा इसकोे लेकर बताया गया था कि सावन मास की मंगलवार कोे आनेे वाली महाशिवरात्रि का विशेेष महत्व होता है। इसके लिए ऑनलाइन पूजा भी कराई गई। शिवलिंग निर्माण के लिए पहले से ही लोगोें ने अपने-अपनेे घरोें में तैयारियां करके रखी। दिन में भी पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर लिए गए थे तोे वहीं शाम को पूजा, अभिषेक की तैयारियां करके लोग अपनेे-अपनेे घरों में टीवी के सामनेे बैठे। इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा ऑनलाइन पूजा एवं अभिषेक करवाया गया। इधर सीहोर के सोया चौपाल के समीपस्थ राधेश्याम विहार कालोनी में आचार्य पंडित देवेन्द्र व्यास और पंडित कुणाल व्यास सहित आधा दर्जन से अधिक विप्रजनों के द्वारा पूर्ण विधि-विधान से चार प्रहर की पूजा अर्चना की गई। सुबह क्षेत्र में भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक किया गया और शाम को शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव रुद्राष्टक और शिव श्लोक का पाठ किया गया। पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर मंगलवार को होने वाले दिव्य अनुष्ठान को लेकर गुलाब के फूलों सहित अन्य पूजा सामग्री के दाम दूगने हो गए थे। हर-हर महादेव, घर-घर महादेव की तर्ज पर अनेक स्थानों पर पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर आचार्य श्री व्यास ने कहा कि शिवरात्रि हर महीने में आती है, ऐसे में जो भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत करना चाहते हैं वे भी सावन के शिवरात्रि से इस व्रत की शुरुआत कर सकते हैं। माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। इस दिन जलाभिषेक का भी विशेष महत्व है। इस दिन बेलपत्र, बिल्व, धतूरा भी भोले शंकर को अर्पित किया जाता है। सुबह और शाम शिव पुराण, शिव पंचाक्षर, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव रुद्राष्टक और शिव श्लोक का पाठ करना उत्तम रहता है। सोमवार जहां भगवान शिव को समर्पित है वहीं, मंगलवार का दिन माता पार्वती को समर्पित होता है। यह दिन सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत का भी है।
आचार्य पंडित श्री व्यास ने बताया कि सावन शिवरात्रि का त्योहार है। सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दिन शिवमंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। हिदू पंचांग के अनुसार हर महीने की कृष्ण पक्ष की 14वीं तिथि के दिन मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। फाल्गुन और श्रावण माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। शिवरात्रि का त्योहार भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। इसके अलावा माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदी की पूजा-आराधना की जाती है। सावन शिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा में शामिल सभी शिव भक्त जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। सोमवार को कार्यक्रम के दौरान जितेन्द्र तिवारी, राजेश भूरा यादव, राकेश शर्मा, हिमांशु निगम, रोहित मेवाड़ा, आरसी चंद्रवंशी, अमन तिवारी, आनंद दुबे, राजेश माली, राहुल सिंह, राहुल मणि तिवारी, जितेन्द्र भावसार, राजू ठाकुर आदि शामिल थे।