
सीहोर। कई बार आपात स्थिति या इमरजेंसी में फंसे लोगों की जान चली जाती है, लेकिन अब ऐसे ही लोगों की जान बचाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदेशभर सहित सीहोर जिले के सभी थानों सहित जिला मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशिक्षण दिलाया गया। सीपीआर प्रशिक्षण के दौरान सीहोर जिले के 637 अधिकारी-कर्मचारियों ने सीपीआर प्रशिक्षण लेकर इमरजेंसी में जान बचाने के तरीके सीखे। सीहोर में पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के मार्गदर्शन में जिले के समस्त थानों एवं पुलिस लाइन परिसर में डॉक्टरों की टीम द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें पुलिस लाइन सीहोर एवं जिले के समस्त थानों में डॉक्टरों के सहयोग से कार्यशाला आयोजित कर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।
इसलिए जरूरी है सीपीआर देना-
कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जो किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुकने पर उसकी जान बचाने में मदद कर सकती है। इससे कार्डियक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
ये रहे विशेष रूप से मौजूद-
इस अवसर पर इरशाद वली पुलिस महानिरीक्षक (देहात) जोन भोपाल, प्रवीण सिंह अढ़ायच कलेक्टर सीहोर, मयंक अवस्थी पुलिस अधीक्षक सहित गीतेश गर्ग एएसपी सीहोर, निरंजन सिंह राजपूत नगर पुलिस अधीक्षक सीहोर, एसडीओपी सुश्री अर्चना अहीर, डीएसपी अजाक सीहोर अंजली रघुवंशी, रक्षित निरीक्षक कविता डामोर, कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक नलिन बुदोलिया, मंडी थाना प्रभारी उप निरीक्षक हरिसिंह परमार, कंट्रोल रूम प्रभारी करण ठाकुर, महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक पूजा राजपूत, उपनिरीक्षक अविनाश भोपले सहित थाना कोतवाली, मंडी, पुलिस लाइन, यातायात, महिला थाना, अजाक एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।