वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर हड़ताल पर जनजातीय कार्यविभाग के सैकड़ों अंशकालीन कर्मचारी
Sumit Sharma
सीहोर। जनजातीय कार्यविभाग के सैकड़ों अंशकालीन कर्मचारियों ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग जिला कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने वेतन बढ़ोतरी और साप्ताहिक अवकाश की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दी। कुछ आश्रम शालाओं, आवासीय विद्यालय और छात्रावासों में अधीक्षकों के द्वारा बमुश्किल बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई तो वहीं अधिकांश स्थानों पर कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शासकीय आश्रम शालाओं, आवासीय विद्यालय और छात्रावासों के बच्चे भोजन को तरसते रहे। अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग द्वारा जिले में संचालित आश्रम शालाओं, आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों में वर्षों से सफाईकर्मी, चौकीदार, रसोईया सहित अन्य पदों पर अंशकालीन कर्मचारी काम कर रहे हैं। दो वर्षों के कोरोनाकाल जैसे विपत्तीकाल में भी विभाग ने अंशकालीन कर्मचारियोें का किसी प्रकार से सहयोग नहीं किया है। विभाग द्वारा अंशकालीन कर्मचारियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में 3 माह के लिए बंद कर दिया जाता है और वेतन भी नहीं दिया जाता है। बढ़ती महंगाई के दौर में कर्मचारियों को दो से मात्र पांच हजार रूपए महीना तक वेतन दिया जा रहा है। कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से सम्मानजनक जीवन यापन करने के लिए कलेक्टर दर से मजदूरी राशि देने की मांग की जा रही है, लेकिन शासन-प्रशासन एवं विभाग द्वारा मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। अंशकालीन कर्मचारियोें ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग जिला कार्यालय के सामने नारेबाजी कर विभागीय जिला संयोजक अधिकारी हिरेंद्र सिंह कुशवाह को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन भी सौंपा। प्रदर्शन के दौरान अजब सिंह बारेला, प्रेम सिंह, प्रदीप, राजकुमार, हरिओम, भंवर सिंह, विजय भल्लवी, प्रेमसिंह, कृपाल सिंह, राजेश बंसी, दिनेश, कैलाश, पदम सिंह, दिलीप सिंह, योगेश, राजेंद्र, नीलू, सकू सोनी, संजू, रानी, लड़कुवर, खूशबू, मनीषा, सरिता, रानी, सरोज, उर्मिला, अनीता, सीता, देवकी, वंदना, संगीता यादव, शशि, लीला, राजकुमारी, कमला, तेजकुंवर, रिद्धि, मंजू आदि अंशकालिन कर्मचारी शामिल रहे।