अवैध कॉलोनियों का गौरखधंधा… रेहटी में कॉलोनाइजर्स ने सरकारी खजाने को भी लगाया जमकर चूना
बिना अनुमतियों के ही बेच डाले प्लाट, नहीं दी कॉलोनियों में लोगों को सुविधाएं

सीहोर। जिले की रेहटी तहसील मुख्यालय सहित तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिना अनुमतियों के धड़ल्ले से खेती की जमीनों पर प्लाट काटकर बेचे गए। इससे जहां कई लोग ढगे गए तो वहीं सरकारी खजाने को भी जमकर चूना लगाया गया। हालांकि प्लाट काटकर कॉलोनाइजर्स ने लाखों-करोड़ों के वारे-न्यारे किए, लेकिन सरकार को जमकर चपत लगाई। अब लोग इन कॉलोनियों में बिना सुविधाओं के रहने को मजबूर हैं।
रेहटी नगर सहित तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर अवैध कॉलोनियां काटी गईं। रेहटी में दो दर्जन से अधिक कॉलोनियां हैं, जो बिना अनुमतियों के ही काट दी गई। (इनकी सूची हमारे पास उपलब्ध है।) इनमें से करीब 19 कॉलोनियां बड़ी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में कॉलोनाइजर्स द्वारा प्लाट काटकर बेचे गए। अब इन कॉलोनियों में लोगों ने प्लाट तो ले लिए, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाएं ही नहीं मिल पा रही हैं।
जमीनों का डायवर्सन कराया, लेकिन नहीं ली अन्य अनुमतियां-
रेहटी नगर में कॉलोनियां काटने वाले कई कॉलोनाइजर्स द्वारा खेती की जमीनों का डायवर्जन कराया गया। इसके अलावा अन्य जरूरी अनुमतियां जिनमें विकास की अनुमति, ग्राम एवं नगर निवेश विभाग से अनुमति, कॉलोनाइजर लाइसेंस, रेरा सहित अन्य जरूरी औपचारिकताएं पूरी नहीं की गईं। कई कालोनाइजर्स द्वारा तो वर्षों से डायवर्सन शुल्क भी जमा नहीं किया गया है।
राजनीतिक लाभ लेने कराए विकास कार्य-
रेहटी नगर में बनी अवैध कॉलोनियोें में राजनीतिक दबाव के चलते एवं राजनीतिक लाभ लेने के लिए नगर परिषद द्वारा कई विकास कार्य भी करा दिए गए। इनमें सड़क निर्माण सहित अन्य विकास कार्य प्रमुख हैं। हालांकि इन कॉलोनियों में सड़कों के अलावा बिजली, नालियां, पार्क सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। कई बार यहां रह रहे लोगों ने इसकी शिकायतें की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं हुआ।
मुहिम के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई-
सीहोर जिले में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ जिला प्रशासन की मुहिम चल रही है। कलेक्टर बालागुरू के. द्वारा भी सभी एसडीएम, तहसीलदार को निर्देश दिए गए हैं, लेकिन रेहटी नगर में इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। पिछले दिनों सीहोर में पांच अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाए गए हैं।