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अवैध काम, फिर भी कार्रवाई नहीं, झोलाछाप डॉक्टरों पर ‘मेहरबानी’

- खुलेआम संचालित हो रहे हैं अवैध झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक, मिल रहा नेताओं-अधिकारियों का प्रश्रय

रेहटी। अवैध कार्यों पर कार्रवाई को लेकर भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख्त निर्देश हों, लेकिन उनके निर्देशों का पालन उनके बुदनी विधानसभा क्षेत्र में ही नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लिनिक होने के बाद भी उन पर अधिकारियों की मेहरबानी बनी हुई है। ये झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम अपनी क्लिनिकें संचालित कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर इन पर अब तक कुछ नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुदनी में ही अधिकारियों एवं जिम्मेदारों की इतनी निरकुंशता है तो फिर अन्य स्थानों के क्या हाल होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल बुदनी विधानसभा की रेहटी एवं बुदनी तहसील में वर्षों से संचालित हो रहे है झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि कई बार इनकी शिकायतें हुई हैं। इसके बावजूद भी कार्रवाई के नाम पर जिम्मेदार पूरी तरह मौन हैं। करीब दो-तीन माह पहले रेहटी तहसील के बायां में एक डॉक्टर के क्लिनिक की जांच हुई, लेकिन न तो उसकी जांच का पता है और न ही अब तक कोई कार्रवाई की गई है।
विभाग के पास नहीं है जानकारी-
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला सीहोर के पास भी यह डाटा उपलब्ध नहीं है कि जिले में कितने झोलाछाप डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे हैं। दरअसल विभाग के अधिकारियों की निरंकुशता एवं लापरवाही भी किसी से छिपी नहीं है। सीहोर जिले के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एवं इनकी कारगुजारियां लगातार सामने आ रही हैं। भ्रष्टाचार के मामलों का लगातार खुलासा हो रहा है। ऐसे में यह भी शंका है कि विभाग के अधिकारी एवं जिम्मेदार इन झोलाछाप डॉक्टरों से भी मोटी रकम लेते हैं और इनको पूरा प्रश्रय दे रहे हैं।
विकासखंड स्तर पर जांच टीम, लेकिन नहीं हो रही कार्रवाई-
झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए विकासखंड स्तर पर टीमें बनाई गर्इं हैं, लेकिन ये टीमें कार्रवाई करने से परहेज कर रही हैं। स्थिति यह है कि लगातार झोलाछाप डॉक्टरों की शिकायतें एवं मीडिया में मामला आने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इन पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।
इनका कहना है-
झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए ब्लॉक स्तर पर टीमें बनाई गर्इं हैं। इन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वे झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करें एवं रिपोर्ट सौंपे।
– डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया, सीएमएचओ, सीहोर

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