
सीहोर। प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री व जिले की इछावर विधानसभा से विधायक करण सिंह वर्मा के विधानसभा क्षेत्र में आने वाली ग्राम पंचायत धनखेड़ी चांदबढ़ में सरपंच और सचिव की मनमानी इस कदर हावी है कि ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों ने उत्साह के साथ राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को चुनाव जिताया था, इस उम्मीद में कि क्षेत्र में अच्छा विकास होगा, लेकिन ग्रामीणों की इस मंशा पर सरपंच और सचिव ने पानी फेर दिया है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव और बड़े घोटालों की शिकायत लेकर ग्रामीण अब उम्मीदों भरी निगाहों से मंत्री करण सिंह वर्मा की ओर देख रहे हैं।
ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से की गई शिकायत में स्पष्ट कहा है कि पंचायत पदाधिकारियों ने ‘अति की भी अति’ कर दी है। गांव में मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह से ध्वस्त हैं। बारिश खत्म होने के बावजूद ग्राम धनखेड़ी की सडक़ें अभी भी घरों से निकलने वाले गंदे पानी और कीचड़ से सनी हुई हैं, जिससे गांव में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।
फर्जी नाली निर्माण
ग्रामीणों का गंभीर आरोप है कि ग्राम पंचायत ने कुछ दिनों पहले नाली निर्माण का दावा किया था और उसके बिल पास कराने के प्रयास भी किए जा रहे हैं, लेकिन मौके पर कोई नाली ही नहीं बनी है। नतीजतन गंदा पानी सडक़ों पर फैल रहा है।

सरकारी हैंडपंप पर कब्जा
सार्वजनिक सुविधा के लिए लगाया गया सरकारी हैंडपंप तक कुछ लोगों के घरों की बाउंड्री में पहुंचा दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि आवाज उठाने पर विवाद की स्थिति बनती है, इसलिए अब उन्हें जिला प्रशासन के अफसरों के साथञसाथ सीधे राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के हस्तक्षेप की जरूरत है, ताकि कम से कम उन्हें मूलभूत सुविधाओं का लाभ तो मिल सके।
जनता की संपत्ति का भी सौदा
सरपंच-सचिव राज में वित्तीय अनियमितताओं की पराकाष्ठा तो तब सामने आई, जब ग्रामीणों ने ‘यात्री प्रतीक्षालय घोटाला’ की शिकायत की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव का एक पक्का 10 वर्ष पुराना और अच्छी स्थिति वाला यात्री प्रतीक्षालय सरपंच और सचिव ने अवैध रूप से किसी व्यक्ति को बेच दिया। जब इस अवैध बिक्री की शिकायत 181 हेल्पलाइन पर की गई तो मामला खुलने के डर से पंचायत पदाधिकारियों ने प्रतीक्षालय को आनन फानन में जर्जर घोषित कर तुड़वा दिया, ताकि साक्ष्य मिटाए जा सकें।
बैठकों की जानकारी नहीं
ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत में काम पूरी तरह मनमाने तरीके से चल रहा है, ग्राम सभा की बैठकों की जानकारी नहीं दी जाती और फर्जी हस्ताक्षर से प्रस्ताव पारित किए जाते हैं। ग्रामीणों ने अब मंत्री करण सिंह वर्मा से गुहार लगाई है कि वे तत्काल संज्ञान लेते हुए इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।



