भोपाल। मध्यप्रदेश में विचित्र घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को लेेकर मानवाधिकार आयोेग बेहद सख्त है औैर लगातार इन घटनाओें पर संज्ञान लेकर अधिकारियोें से इसकी जांच रिपोेर्ट तलब की जा रही है। अब इंदौर में जैन बच्चे का खतना कर धर्म बदलने का मामला सामने आया तोे वहीं मंडला जिले में छात्राओं की पानी की बॉटल में पेशाब भरने का विचित्र मामला भी देखने को मिला।
इंदौर शहर के खजराना इलाके में एक जैन बच्चे का जबरदस्ती खतना कर उसका धर्म परिवर्तन करने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने इलियास कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे के जैविक पिता महेश कुमार नाहटा (जैन) ने पुलिस को बताया कि इलियास ने उसकी पत्नी प्रार्थना और बेटे मनन को अपने कब्जे में रख लिया है। इलियास ने बेटे मनन का खतना करवाकर उसका नाम मन्नान रख दिया है। इलियास उसे धमकाता है कि बच्चा चाहिए तो पांच लाख रूपये दो, वरना वह बच्चे को मार देगा। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
महिला आईटी इंजीनियर ने लुटेरों का पकड़ा, पुलिस ने छोड़ा-
इंदौर शहर मंे पुलिस की घोर लापरवाही का एक मामला सामने आया है। आईटी इंजीनियर रूपाली सार्थक सोनी 15 जुलाई को अपने पति के साथ बाईक पर फूड जोन जा रहीं थीं, तभी गोपुर चौराहे के पास बाईक से आये छह बदमाशों में से एक बदामाश ने रूपाली की चौन खींचने की कोशिश की, पर कोशिश नाकाम होने पर भाग निकले। पति-पत्नी ने उनका पीछा किया और उनमें से एक बदमाश को पकड़कर थाने ले गये। रूपाली का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बिना किसी कार्यवाही किये उस बदमाश को छोड़ दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है। साथ ही त्रुटिकर्ता पुलिस अधिकारी का नाम एवं उसके विरूद्ध की गई कार्यवाही का भी प्रतिवेदन मांगा है।
स्कूल में पिटाई से आठवीं के छात्र की मौत-
ग्वालियर शहर के शब्द प्रताप आश्रम स्थित फोर्ट व्यू स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र कृष्णा चौहान की बीते रविवार को मौत हो गई। बच्चे के परिजनों के मुताबिक कृष्णा के साथ स्कूल में एक टीचर ने मारपीट की थी और दूसरे टीचर ने उसे मुर्गा बना दिया था। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। कृष्णा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि कृष्णा की मौत उसके दिमाग की नस फटने से हुई। पुलिस ने शिक्षण सोनू श्रीवास्तव और अकबर खान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी एवं डीईओ, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन मंे जवाब मांगा है।
सड़क पर खुले सीवर चौंबर मंे गिरे पत्रकार ने ईलाज के दौरान दम तोड़़ा-
ग्वालियर शहर में 16 जुलाई को बीच सड़क पर खुले पड़े सीवर चौंबर में घायल हुये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार अतुल राठौर ने 18 जुलाई को ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रूपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घटना के अनुसार प्रताप नगर इलाके में सड़क निर्माण के दौरान सीवर चौंबर को बिना ढक्कन के छोडकर सिर्फ बैरिकेड लगा दिया गया था। इस बैरिकेड से एक निजी न्यूज चौनल में काम करने वाले पत्रकार अतुल राठौर टकरा गये थे। उनकी हालत गंभीर थी, उन्हें वैंटिलेटर पर रखा गया था, जहां ईलाज के दौरान बीते बुधवार को अतुल राठौर की मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं कमिश्नर, नगर निगम, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही तथा सीवर लाईन के अन्य खुले चौंबर्स के संबंध में जनसुरक्षा के लिये की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
सिक्योरिटी गार्ड को पुलिस ने पीटा-
ग्वालियर शहर के कमलाराजा अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड धीरेन्द्र कुमार को पुलिसकर्मी ने माधव डिस्पेंसरी के रूम नं 8 में बंद करके बुरी तरह पीटा। कुछ दिन पहले अस्पताल परिसर से एक गाड़ी चोरी हुई थी। इस बारे में पुलिसकर्मी भंडारी ने धीरेन्द्र से पूछा, तो धीरेन्द्र ने कहा उसकी ड्यूटी कमलाराजा अस्पताल के अंदर रहती है। उसे चोरी हुई गाड़ी की कोई जानकारी नहीं है। इस पर पुलिसकर्मी ने धीरेन्द्र को माधव डिस्पेंसरी ले जाकर रूम नं 8 में बंद करके लात-घूसों और डंडों से बुरी तरह मारपीट की। धीरेन्द्र को गहरी चोटें आई हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आईजी, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
तेंदुए के हमले से आठ साल के बच्चे के सिर में 35 टांके आए-
आलीराजपुर जिले के जोबट क्षेत्र के चोहली गांव के पास बकरी चरा रहे आठ साल के एक बच्चे पर तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया। तेंदुए के हमले में बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। तेंदुआ बच्चे को उठाकर ले ही जा रहा था, तभी अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो तंेदुआ भाग गया। घायल बच्चे के सिर में करीब 35 टांके आये हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डीएफओ, आलीराजपुर से प्रकरण की जांच कराकर घायल बच्चे के समुचित इलाज तथा शासन के नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदान करने के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।
छात्रा से सामूहिक दुराचार-
दतिया जिले के उनाव कस्बे में स्कूल से घर जा रही दो सगी बहनों को बंधक बनाने के बाद बड़ी बहने के साथ सामूहिक दुराचार किये जाने की घटना सामने आयी है। घटना का मुख्य आरोपी एक राजनैतिक व्यक्ति का बेटा है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, एक आरोपी की तलाश जारी है। एसपी का कहना है कि शिकायत पर तत्काल चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पीड़िता ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था, पर अब उसकी हालत ठीक है, उसके बयान लिये जा रहे है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी दतिया से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
पेड़ से बांधकर युवक को पीटा-
सीधी जिले के मझौली थानाक्षेत्र के उमरिया गांव में एक युवक को पेड़ से बांधकर पीटने का मामला सामने आया है। पीड़ित रोहित सिंह बाईक से मझौली बाजर से अपने घर जा रहा था, तभी दीपक गुप्ता, मनीष गुप्ता, महेन्द्र गुप्ता ने उसका रास्ता रोककर खड़े हो गये। उसे पकड़कर पेड़ में रस्सी से बांधकर उसके साथ मारपीट की और दुकान में घुसकर चोरी करने का आरोप लगाया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने युवक को मुक्त कराया और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, सीधी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
दलित को कांवडियों ने बंधक बनाकर पीटा, हालत गंभीर-
अनूपपुर जिले के रामनगर थानाक्षेत्र में कांवड के पैसों के लेनदेन को लेकर कांवडियों ने एक दलित को बंधक बनाकर बड़ी बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। मारपीट से युवक की हालत बेहद गंभीर है। परिजनों द्वारा रामनगर पुलिस की कार्यवाही से असंतुष्ट होकर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से शिकायत कर उचित कार्यवाही की मांग की है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, अनूपपुर से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मुरैना: अधीक्षिका घर में सोती रहीं, बालिका गृह से चार किशोरियां भागीं –
मुरैना शहर के बड़ोखर इलाके में किराये के भवन में महात्मा शिक्षा प्रसार समिति के नाम से संचालित एक बालिका गृह में रखी गईं 26 में से चार किशोरियां भाग गई। घटना के समय अधीक्षिका व हाउस मदर घर पर सो रही थीं। जिला प्रशासन ने एनजीओ के सचिव को संस्था की मान्यता समाप्त करने का नोटिस दे दिया है। घटना की जांच की जा रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, मुरैना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि बालिका गृह से भागी किशोरियों की तलाश कराकर एवं बालिका गृह के संचालकों के संबंध में कार्यवाही कर स्पष्ट प्रतिवेदन दें।
बुजुर्ग को मगरमच्छ ने दबोचा –
सिंगरौली जिले के चितरंगी क्षेत्र के तमई गांव के समीप सोन घड़ियाल अभ्यारण के नाव तट पर नदी के किनारे पानी पी रहे एक बुजुर्ग नाविक रामधन केवट को मगरमच्छ ने दबोच लिया और उसे पकड़कर गहरे पानी में ले गया। मगरमच्छ के घातक हमले से रामधन की मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने डीएफओ, सिंगरौली से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध वारिसों को शासन के नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदान करने के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।
नाबालिग बेटी को ढ़ाई लाख में बेचा, अधेड़ से कराई शादी-
विदिशा जिले के गंजबासौदा निवासी एक 16 साल की नाबालिग किशोरी ने पुलिस-प्रशासन को गुहार लगाई है कि हुए बताया कि उसकी मां ने उसे ढाई लाख रूपए में किसी को बेच दिया है और उसकी उम्र से दोगुने उम्र के व्यक्ति से जबरन शादी करवा दी। यह व्यक्ति उसे मारपीट कर कमरे में बंद रखता है और प्रताड़ित करता है। पुलिस ने मामले की जांच महिला शाखा प्रभारी को दे दी है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
पति को उठाकर जनसुनवाई में पहुंची पत्नी, बोलीं- आठ साल हो गए अनुकंपा नियुक्ति दे दो-
छतरपुर जिले के लवकुशनगर थानक्षेत्र के परसनिया गांव के निवासी अंशुल गौंड की मां शिक्षा विभाग में पदस्थ थीं, जिनका 2015 में आकस्मिक निधन हो गया था। अंशुल की अनुकंपा नियुक्ति होनी थी, जो करीब आठ साल बाद भी नहीं हो सकी है। वर्ष 2019 मंे सड़क दुर्घटना मंे दिव्यांग हो गया था। तब से उनकी पत्नी प्रियंका गौंड साथ दे रही है। अंशुल चलने फिरने में असमर्थ है, इसलिये प्रियंका उसे गोद में उठाकर बीते मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में लेकर आई और कहा कि आठ साल हो गये हैं, अब इसके पति अंशुल को अनुकंपा नियुक्ति दे दीजिये। चूंकि अंशुल दिव्यांाग है, इसलिये परिवार चलाने की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। अपने पति को गोद में उठाकर जनसुनवाई में ले गई प्रियंका वीडियो वायरल होने पर कलेक्टर ने कार्यवाही करने की बात कही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
छतरपुर में बैग को तकिया बनाकर सो रहा था शिक्षक-
छतरपुर जिले के प्राईमरी स्कूल बजौरा के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार अरजरिया का बच्चों के स्कूल बैग पर सिर रखकर आराम फरमाने का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसी वीडियो में बच्चें दूसरी क्लास में खेलते-कूदते नजर आ रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के निर्देश देकर शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही है, क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि टीचर स्कूल सिर्फ खानापूर्ति के लिये आते हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डीईओ, छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
दलित महिला सरपंच को दबंगों ने जूतों से पीटा-
शिवपुरी जिले के कोलारस ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत पहाड़ी में अजा वर्ग की एक महिला सरपंच के साथ कुछ दबंगों ने जूतांे से मारपीट की है। दबंगों ने महिला सरपंच को कीचड़ में पटककर सरेराह जूते-चप्पलों से पीटा और पूरे गावं के सामने जातिसूचक गालियां देकर अपमानित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर 48 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी कर लेेने की बात कही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी शिवपुरी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मां और पत्नी हाथ ठेले से अस्पताल लाए और उसी पर शव लेकर लौटे-
छतरपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बक्सवाहा में इलाज कराने के लिए बीमार की मां और पत्नी उसे हाथ ठेले से अस्पताल लेकर आये। डॉक्टरों ने मरीज को दमोह रेफर कर दिया, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली, तो युवक ने दम तोड़ दिया। इससे शव को घर ले जाने के लिए परिजनों ने शव वाहन को फोन किया, लेकिन शव वाहन नहीं मिला। इससे युवक के परिजन जिस हाथ ठेले से लेकर आये थे उसी हाथ ठेले से शव लेकर चले गये। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि अस्पताल में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर शव वाहन की उपलब्धता ऐसे व्यक्ति के परिजनों की मांग किये बिना ही परिजनों को सूचित किया जाना और इसका अस्पताल में लिखित अभिलेख रखा जाना सुनिश्चित किया जाये, तब प्रतिवेदन भेजें, जिससे मृतक के शरीर को सम्मानपूर्वक ले जाने की व्यवस्था हो सके।
दबंगों ने दलित को बेल्ट से पीटा –
विदिशा जिले के लटेरी थानाक्षेत्र के ग्राम भटौली में बख्ताबरपुरा, जिला राजगढ़ निवासी संजय जाटव मजदूरी करने आया था। वह कुछ कांम से ग्राम खेड़ली गया था वहां से वापस लौटते समय ग्राम हरीपुर गौशाला के पास जगदीश बंजार एवं उसके साथियों द्वारा संजय का रास्ता रोककर बेल्टों पिटाई कर दी। संजय चिल्लाता रहा और बचाने की भीख मांगता रहा, लेकिन उसे कोई बचाने नहीं आया। जैसे-तैसे संजय वहां से अपनी जान बचाकर भागा और आनंदपुर थाने मेंु रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
सवर्णों ने दलितों के श्मशान का रास्ता रोका, खेत पर अंतिम संस्कार-
विदिशा जिले की ग्राम पंचायत करेला के परासीखुर्द गांव में नन्नूलाल अहिरवार के निधन के बाद परिजन उनके शव को खाट पर रखकर खेत ले जा रहे हैं, जबकि गांव में श्मशान है, लेकिन दलित श्मशान की तरफ नही जा सकते। इनके श्मशान जाने वाले रास्ते पर सवर्णों ने अवैध कब्जा कर फसल बो दी है। ग्रमा पचंायत के सरपंच का कहना है कि श्मशान की जमीन पर सनमान सिंह व नीतेश शर्मा के परिवार का कब्जा है और उन्हीं लोगों ने फसल बो दी है। दलित वर्ग ने इसकी शिकायत तहसीलदार से की है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
डाक्टर की लापरवाही से नाबालिग की मौत-
सागर जिले के बीना कस्बे में बीते दिनों एक डाक्टर की लापरवाही से नाबालिग की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार एक 13 वर्षीय बालक साईकल चलाते समय गिर गया था। परिजन उसे ईलाज के लिये डाक्टर सतीश पंथी के पास ले गये। डाक्टर ने प्राथमिक उपचार करते हुये कुछ दवाईयां दी, जिसे खाने के बाद बालक की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी, फिर कुछ दिन बाद बालक की मौत हो गई। मृत बालक के पिता का आरोप है कि डाक्टर सतीश पंथी एवं गुरूनानक मेडिकल स्टोर की दवाईयों के सेवन करने से उसके बालक की मौत हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ, सागर से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
पेड़ की डाली गिरने से महिला एवं बच्चे की मौत-
कटनी जिले के रीठी थानाक्षेत्र के लालपुर गांव में एक पेड़ की बड़ी डाली गिरने से महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई। हुआ यूं कि धनीराम और उसकी पत्नी समीथिया बाई अपने खेत में काम कर रहे थे। साथ में उनका आठ माह का बेटा भी था। बेटा भूखा था इसलिये रोने लगा। बेटे को दूध पिलाने के लिये महिला पेड़ के नीचे बैठ गई, तभी अचानक उस पेड़ की एक बड़ी डाली उन पर गिर गई। महिला और उसका बच्चा उसमें दब गये और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, कटनी से दोनों की मृत्यु के कारणों की जांच कराकर तीन सप्ताह में स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा है।
छात्राओं की बोतल में पेशाब भरकर रख देते हैं बदमाश, प्राचार्य को हटाने की मांग-
मंडला जिले में एक विचित्र मामला सामने आया है। यहां बिछिया ब्लॉक के लफरा शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में शरारती तत्वों द्वारा स्कूली छात्राओं की पानी की बोतल में पेशाब भरकर रख दी गई। इसकी शिकायत छात्राओं द्वारा शाला प्रबंधन समिति, शाला प्राचार्य और अभिभावकों से की गई। पालकों ने ऐसे बदमाशों पर सख्त कार्यवाही की मांग की और वर्तमान शाला प्रबंधन समिति को भंग कर प्रभारी प्राचार्य को भी हटाने की मांग की है। कहा कि यदि शाला प्रबंधन कार्यवाही नहीं करता है, तो वे अपने बच्चों को इस स्कूल में नहीं पढ़ायेंगे। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, मंडला से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा है।