
सीहोर। कांग्रेस पार्टी अपनी पुरानी परंपरा भाई-भतीजावाद और परिवारवाद से बाहर नहीं आ पा रही है। अब एक बार फिर कांग्रेस पार्टी की यह परंपरा सामने आई है, जिसमें फिर से भाई-भतीजावाद को तवज्जो देते हुए नियुक्तियां की गईं हैं। ऐसे आरोप कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 15 सितंबर से 15 अक्टूबर 2025 तक ’वोट चोर गद्दी छोड़’ हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत नियुक्तियां भी हो रही हैं। अब इन नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस खेमे में ही बवाल मचा हुआ है और कांग्रेस कार्यकर्ता एवं नेता दबी जुवां में प्रदेश कांग्रेस संगठन को कोस भी रहे हैं। पहले से ही जहां कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर संगठन में घमासान मचा हुआ है तो वहीं अब वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान के तहत हुई नियुक्तियों में भी मनमानी के आरोप लग रहे हैं। सीहोर जिले में भी इसकी आंच पहुंच गई है। यहां भी कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता पीसीसी चीफ जीतू पटवारी एवं संगठन पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं।
बुधनी विधानसभा से हुई नियुक्तियां-
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा ’वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान के तहत विधानसभाओं में नेताओं को जिम्मेदारी देते हुए उनकी नियुक्तियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में बुधनी विधानसभा के कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक कुणाल चौधरी के साले अजय पटेल नंदगांव को रायसेन जिले की उदयपुरा विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया है। अजय पटेल नंदगांव को ये जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया पर बधाइयां अजय पटेल नंदगांव के साथ में नारायणपुरा निवासी कांग्रेस नेता अजय पटेल भारत यात्री को दी जा रही है। राहुल गांधी के साथ उनका फोटो पोस्ट करके उनको बधाइयां मिल रही हैं। हालांकि दोनों ही युवा नेता कांग्रेस के मैदानी कार्यकर्ता हैं, लेकिन फिर भी कांग्रेस के अंदरखानों से इसका विरोध भी सामने आ रहा है। दबी जुवां में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता बता रहे हैं कि अजय पटेल पूर्व विधायक कुणाल चौधरी के साले हैं और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के कुणाल चौधरी बेहद करीबी हैं। इसके कारण अजय पटेल को उदयपुरा विधानसभा सीट का प्रभारी बनाया गया है, जबकि बुधनी विधानसभा के कई नेता, कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी गई है।
जिलाध्यक्ष की भी अनदेखी-
नियुक्तियों में जिलाध्यक्षों की भी अनदेखी की जा रही है। यही कारण है कि इस तरह के घमासान भी सामने आ रहे हैं। सीहोर में भी वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के नेतृत्व में मैदान में उतरी हुई है। लगातार दौरे हो रहे हैं, अभियान के तहत सीहोर जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती जिले के ब्लॉकों में पहुंचकर, घर-घर जाकर हस्ताक्षर भी करवा रहे हैं।
ये बोले पार्टी के जिम्मेदार-
सीहोर जिले में हुई नियुक्तियों को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री-संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले ने बताया कि वोट चोर गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान के तहत बुधनी विधानसभा के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी गईं हैं। इनमें विक्रम मस्ताल शर्मा हनुमानजी को भोजपुर विधानसभा सीट का प्रभारी बनाया गया है तो वहीं अजय पटेल को उदयपुरा विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह सीहोर के पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर को भोपाल जिले की हुजूर विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है। सोशल मीडिया पर अजय पटेल नंदगांव एवं अजय पटेल भारत यात्री दोनों को बधाइयां मिल रही हैं। दोनों ही कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता हैं। पार्टी दोनों ही नेताओं को जिम्मेदारी दे रही है।